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CM शिवराज सिंह चौहान का 24 घंटे का 'स्वास्थ्य आग्रह', कमलनाथ हमलावर

मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जनजागृति अभियान चलाया जा रहा है, इसी क्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी में 24 घंटे का स्वास्थ्य आग्रह शुरु किया है.

Updated on: 06 Apr 2021, 03:37 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जनजागृति अभियान चलाया जा रहा है, इसी क्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी में 24 घंटे का स्वास्थ्य आग्रह शुरु किया है. मुख्यमंत्री चौहान के स्वास्थ्य आग्रह पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने तंज कसा है. मुख्यमंत्री चौहान ने मिंटो हाल में गांधी प्रतिमा के पास 24 घंटे का स्वास्थ्य आग्रह शुरू किया है. वे यहां से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग से केबिनेट की बैठक कर रहे हैं और अन्य लोगों से चर्चा भी. मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, 'एक संकल्प लोगों में होना चाहिए कि मैं हमेशा मास्क लगाऊंगा और लोगों को भी इसके लिए जागरुक करूंगा. आज मैं 24 घंटे के लिए स्वास्थ्य आग्रह पर बैठूंगा. इस बीच मैं केवल बैठूंगा नहीं, सभी कार्य भी करूंगा और स्थिति की लगातार मॉनिटरिंग भी करूंगा.'

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वहीं कमल नाथ के इस स्वास्थ्य आग्रह पर तंज कसते हुए कहा, 'जब भी प्रदेशवासियों को सरकार की जरूरत होती है , न्याय की आवश्यकता होती है , प्रदेश में विपरीत परिस्थितियां आती हैं तो चुनौतियों का सामना करने की बजाय हमारे शिवराज जी मुद्दों से ध्यान मोड़ने के लिये उपवास - सत्याग्रह जैसे आयोजन करने लग जाते हैं.'

पूर्व की घटनाओं का जिक्र करते हुए कमल नाथ ने कहा, 'मंदसौर में पीपलिया मंडी में जब किसानों के सीने पर गोलियां दागी गयीं , किसानो की मौत हुई , तब किसान मुख्यमंत्री को अपने पास पुकारता रहा, लेकिन हमारे शिवराज जी उनके पास जाने की बजाय भोपाल उपवास पर बैठ गये?'

कमलनाथ ने मुख्यमंत्री के स्वस्थ्य आग्रह पर तंज कसा और कहा, 'आज जब प्रदेश के नागरिकों को संकट के इस दौर में सरकार व मुखिया की जरूरत है, आज लोगों को अस्पतालों में इलाज नहीं मिल पा रहा है , गरीबों को मुफ्त इलाज की दरकार है , अस्पतालों में डॉक्टर्स की कमी है , अस्पतालों में बेड नहीं है , कई जिलो में वैक्सीन खत्म है , टेस्टिंग नहीं हो पा रही है , आवश्यक दवाइयों व इंजेक्शन की कमी है , इलाज के नाम पर कालाबाजारी व लूट- खसोट का खेल जारी है.'

उन्होंने आगे कहा, 'कोरोना के आंकड़े भयावह होते जा रहे हैं , तब आवश्यक निर्णय लेने , जनता को न्याय दिलवाने व चुनौतियों का सामना करने की बजाय , मुद्दों से ध्यान मोड़ने के लिये शिवराज जी मिंटो हाल में स्वास्थ्य आग्रह पर बैठ रहे हैं? पता नहीं इस 24 घंटे के आग्रह की नौटंकी से प्रदेश से कोरोना कैसा भागेगा , लोगों को न्याय कैसे मिलेगा , इलाज कैसे मिलेगा , बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं कैसे सुधरेंगी , संक्रमण कैसे कम होगा , यह तो शिवराज जी ही बता सकते हैं?'