logo-image

शादी के 12 साल बाद प्रेमी संग रहने लगी महिला, पति को तलाक देने से भी किया मना

मध्य प्रदेश के भोपाल में पति, पत्नी और वो के साथ रिलेशनशिप के कॉन्ट्रैक्ट का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. मामला राजधाीन भोपाल का है. शादी के 12 साल बाद पत्नी 21 साल के युवक के साथ लिव इन में रहने लगी.

Updated on: 19 Jan 2021, 03:12 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश के भोपाल में पति, पत्नी और वो के साथ रिलेशनशिप के कॉन्ट्रैक्ट का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. मामला राजधाीन भोपाल का है. शादी के 12 साल बाद पत्नी 21 साल के युवक के साथ लिव इन में रहने लगी. यही नहीं, उसने इस लिव इन रिलेशनशिप का बाकायदा नोटराइज्ड कॉन्ट्रेक्ट बनवाया और अपने पति को भेज दिया. वह पति से तलाक भी नहीं लेना चाहती है. दोनों बच्चे भी अपने साथ लेकर प्रेमी के साथ रहने चली गई. पति ने जब इस सब का विरोध किया तो महिला झगड़े पर उतारू हो गई.

और पढ़ें: जल्लाद डॉक्टर ने ऑफिसर बीवी को दी भयानक मौत, मामला जान कांप जाएगी रूह

पत्नी का कहना है कि वह ब्याहता तो उसकी ही कहलाना पसंद करेगी. संपत्ति के लिए उसे तलाक भी नहीं देगी. भले ही वह किसी अन्य के साथ रिलेशनशिप क्यों न रहे. इस मामले में पति ने भोपाल वेलफेयर सोसाइटी भाई संस्था को फोन करके आत्महत्या करने की बात की. संस्था ने उसकी काउंसलिंग कर उसे कानूनी मदद दी. पति अब बच्चों की कस्टडी और तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी लगा रहा है.

भाई वेल फ़ेयर सोसाइटी की प्रदेश अध्यक्ष ज़की अहमद ने इस पूरे मामले की जानकारी दी. बता दें कि  ये एक NGO है जो पुरुषों की समस्याओं के लिए 2005 से काम करता आ रहा है.

महिला ने यह लिखाया नोटरी कॉन्ट्रैक्ट में

महिला ने कांट्रैक्ट में लिखाया है, 'मैं शादीशुदा हूं और मेरे दो बच्चे हैं. मैं अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती, लेकिन उससे तलाक भी नहीं लेना चाहती हूं. मैं अपने 21 वर्षीय पार्टनर के साथ में लिव-इन में रहूंगी. मेरा पार्टनर मेरा और मेरे बच्चों के भरण-पोषण का खर्च उठाएगा. मैं पार्टनर की संपत्ति पर कोई हक नहीं जताऊंगी. न ही मैं कभी उस पर शादी के लिए दबाव डालूंगी.'

लॉकडाउन से पहले मायके गई, लौटी तो बदली बदली सी
भाई के फाउंडर मेंबर जकी अहमद ने बताया कि उनके पास हेल्पलाइन (8882498498) में एक कॉल आई थी. फोन करने वाले ने बताया कि उसकी शादी 2008 में हुई. उसकी उम्र 45 साल जबकि उसकी पत्नी 35 साल की है. दोनों का 10 साल और 9 साल के बेटे हैं. लॉकडाउन के पहले वह अपने मायके भिंड गई थी. लौटकर आई तो वह बदली बदली सी थी.

छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करने लगी. बार बार कहती थी कि बच्चों को साथ लेकर कहीं चली जाऊंगी. फिर उसका स्वभाव उग्र हो गया. वह बार-बार भिंड जाने की बात करने लगी. जैसे ही लॉकडाउन खुला तो बच्चों को लेकर मायके चली गई. एक दिन अचानक उसने अपने लिव-इन संबंधों का नोटरी कराया हुआ कांट्रैक्ट पोस्ट से भेज दिया. कॉन्ट्रैक्ट देखकर पति के होश उड़ गए. वह भाई संस्था की शरण में पहुंचा. इस पर संस्था के सदस्यों ने उनके घर पहुंचकर काउंसलिंग की. फिलहाल वह ठीक है.

डिप्रेशन से बचाने के लिए काउंसलिंग

कानूनी सहायता दिला रहे अहमद ने बताया कि पति अब कोर्ट में बच्चों की कस्टडी और तलाक के लिए आवेदन लगा रहा है. इस मामले में पति को डिप्रेशन से बचाने के लिए उसकी काउंसलिंग की जा रही है. महिला बच्चों से बात नहीं करा रही है. संस्था पुरुष को कानूनी सहायता उपलब्ध करा रहा है.

संपत्ति पर हक रहे इसलिए नहीं छोड़ना चाहती पति को जब पति ने पत्नी से बातचीत की तो उसका कहना है कि वह अपने पति को तलाक नहीं देगी. पति की संपत्ति पर उसका और उसके बच्चों का हक है. महिला का कहना है कि अब एडल्टरी (किसी अन्य के साथ संबंध बनाना) कोई अपराध नहीं है.