मध्य प्रदेश के बेतुला में सौर ऊर्जा से बनता है खाना, अब जंगल जाने की जरूरत नहीं

वांचा गांव में यह मॉडल आईआईटी मुंबई के स्टूडेंट्स ने बनाया है, केंद्र सरकार ने इस गांव को ट्राइल के लिए चुना था

वांचा गांव में यह मॉडल आईआईटी मुंबई के स्टूडेंट्स ने बनाया है, केंद्र सरकार ने इस गांव को ट्राइल के लिए चुना था

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Sushil Kumar
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मध्य प्रदेश के बेतुला में सौर ऊर्जा से बनता है खाना, अब जंगल जाने की जरूरत नहीं

सोलर ऊर्जा गांव में लगा हुआ (फोटो- एएनआई)

मध्य प्रदेश के बेतुल जिला के बांचा गांव में कई घर ऐसे हैं जहां खाना चूल्हे पर नहीं बनता है. गांव के 74 घरों में सोलर पावर से खाना बनाया जाता है. सभी घरों में इंडक्शन मुहैया कराया गया है. सौर ऊर्जा की मदद से खाना बनाया जाता है. गांव में यह मॉडल आईआईटी मुंबई के स्टूडेंट्स ने बनाया है. केंद्र सरकार ने इस गांव को ट्राइल के लिए चुना था. 2018 के दिसंबर में प्रोजेक्ट का काम पूरा हो गया.

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बांचा गांव निवासी ने कहा कि हमलोगों को अब जंगल जाने की जरूरत नहीं होती है. न ही जंगल में लकड़ी इकट्ठा करने के लिए कीमती समय व्यतीत करना पड़ता है. आग के लिए लकड़ी इकट्ठा करने की भी अब जरूरत नहीं होती. अब बर्तन और दीवार भी काला नहीं होता है. खाना भी समय से बन जाता है. सौर ऊर्जा की वजह से समय का बहुत बचत होता है.

HIGHLIGHTS

  • मध्य प्रदेश के बांचा गांव में सौर ऊर्जा से बनते हैं खाना
  • IIT Mumbai के छात्र ने बनाया यह मॉडल
  • ग्रामीणों में खुशी की लहर

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