logo-image

नकल के लिए भी चाहिए अकल : किताब रखकर भी फेल हुए 16 शिक्षक, दी अनिवार्य सेवानिवृत्ति

मामला मध्य प्रदेश का है जहां से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. यहां किताब रखकर भी दो बार दक्षता परीक्षा पास नहीं कर पाए 84 शिक्षकों पर स्कूल शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की है.

Updated on: 01 Dec 2019, 11:27 AM

Bhopal:

देश में बुद्धिजीवी भारत को विश्व गुरू बनाने की बात करते हैं, लेकिन उनका देखना चाहिए कि जिस देश में शिक्षक ही अज्ञान हों तो हम सच्चाई से कितने दूर होंगे. मामला मध्य प्रदेश का है जहां से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. यहां किताब रखकर भी दो बार दक्षता परीक्षा पास नहीं कर पाए 84 शिक्षकों पर स्कूल शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की है. इनमें से भोपाल से एक समेत 16 शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई. बाकी पर अन्य तरह की कार्रवाई की गई है.

शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए विभाग की यह पहली कार्रवाई है. स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने शनिवार रात कार्रवाई की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इन शिक्षकों को शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने के तीन मौके दिए गए. 30 फीसदी से कम परिणाम देने वाले कुल 5891 शिक्षकों की जून में परीक्षा ली गई थी. इसमें 1351 शिक्षक फेल हुए थे.

यह भी पढ़ें- यहां किताबों में महात्मा गांधी को बताया कुबुद्धि, कांग्रेस ने दिए जांच के आदेश

इन्हें प्रशिक्षण देकर 14 अक्टूबर को दोबारा किताब रखकर परीक्षा दिलवाई गई थी. इसके बाद भी फेल और अनुपस्थित रहने वाले कुल 84 शिक्षकों को शार्ट लिस्ट कर कार्रवाई की गई. उन्होंने कहा कि अब आने वाले समय में 30 फीसदी से कम रिजल्ट देने वाले शिक्षकों की परीक्षा ली जाएगी और उन पर कार्रवाई भी होगी. हालांकि कार्रवाई के खिलाफ शिक्षक मुख्य सचिव के सामने अपील कर सकते हैं. उन पर निर्णय राजपत्रित अधिकारियों की कमेटी लेगी. वह कोर्ट का भी दरवाजा खटखटा सकते हैं.

इस तरह की गई कार्रवाई

शिक्षक - कार्रवाई
16 - अनिवार्य सेवानिवृत्ती
2 - कागजों की जांच होने के बाद होगी कार्रवाई
26 - शिक्षकों को चेतावनी के बाद हाई सेकेंडरी से हाई स्कूल वापस भेजा
20 - विभागीय जांच (पद से हटाया तक जा सकता)
20 - ट्राइबल विभाग को वापस करते हुए कार्रवाई के लिए लिखा गया

इसमें रीवा और सतना के सबसे अधिक 4-4 शिक्षकों को सेवा से अलग किया गया है. इसके अलावा सिंगरौली (2), रायसेन, उमरिया, भोपाल, अनूपपुर, गुना और शहडोल 1-1 शिक्षक हैं.