देख कर हैरान रहे गए टीचर, जब शराब के नशे में स्कूल पहुंचे 5 बच्चे

घटना से आक्रोशित परिजनों ने पूरे गांव के साथ मिलकर शराब माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.

घटना से आक्रोशित परिजनों ने पूरे गांव के साथ मिलकर शराब माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.

author-image
yogesh bhadauriya
New Update
देख कर हैरान रहे गए टीचर, जब शराब के नशे में स्कूल पहुंचे 5 बच्चे

मध्य प्रदेश के कटनी जिले का मामला( Photo Credit : News State)

मध्य प्रदेश के कटनी जिले में फैले शराब माफियाओं के मकड़जाल के गिरफ्त में अब स्कूली बच्चे भी आने लगे हैं. आलम ये है कि स्कूल में अध्ययनरत 5 बच्चे स्कूल में नशे की हालत में पहुंच गए जिसमे से दो कक्षा में बेहोश हो गए. जिसकी सूचना शिक्षकों ने परिजनों को दी. घटना से आक्रोशित परिजनों ने पूरे गांव के साथ मिलकर शराब माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.

Advertisment

जानकारी के अनुसार कुछ असामाजिक तत्वों ने स्कूल को दारू का आड्डा बना दिया है. देर शाम होते ही पूरा स्कूल मयखाने में तब्दील हो जाता है. जिससे पूरे स्कूल में शराब की गंध आती है. पूरे मामले की शिकायत स्कूल के शिक्षकों ने सरपंच से लेकर थाना प्रभारी से भी की लेकिन पुलिस मौके पर तो जाती है लेकिन बिना कार्यवाही के लौट जाती है.

वहीं स्कूली छात्राओं की माने तो बगल में शराब बिकने से आने जाने में डर लगता है पूरे स्कूल में गंदगी बनी रहती है और कुछ लोग स्कूल बंद होते ही परिसर में आकर शराब पीते है. वहीं अब तो स्कूली छात्र भी शराब पीने लगे हैं. बताया गया बुधवार को 5 छात्र शराब के नशे में स्कूल पहुंचे थे जिसमें से 2 बेहोश भी हुए थे.

यह भी पढ़ें- युवती के गर्भवती होने पर फूटा मौलाना का भांडा, राज न खुले इसके लिए दो दिन तक खिलाई कई दवाइयां

माधवनगर थाना के झिंझरी चौकी अंतर्गत आने वाले माध्यमिक शाला पाडुआ से महज चंद कदमों की दूरी पर देशी शराब बनाकर बेचने का काम नगड़िया समाज के लोग पिछले 4 वर्षों से करते आ रहे हैं. जिसके विरोध में बच्चे, बूढ़े, औरतें समेत पूरे गांव ने एकत्रित होकर शराब माफियाओं पर हमला बोल दिया. वहीं ग्रामीणों को अपनी ओर आता देख मौके पर मौजूद दर्जनभर शराब माफिया भाग निकले. वहीं ग्रामीणों ने भागने में अस्मर्थ 2 महिलाओं को उनके बच्चों के साथ पकड़ लिया तो उन्होंने इस काम को बंद करने का आश्वासन भी दिया. ठिकाने के आस-पास तलाश करने पर ग्रामीणों को लगभग साढ़े 17 लीटर देशी शराब मिली जिसे उन्होंने तालाब में बहाकर नष्ट कर दिया.

वहीं पुलिस पर गंम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस हर माह आकर पैसा ले जाती है इसलिए ये लोग पिछले 4 साल से बिना भय के देशी शराब बनाकर बेचते हैं. जिससे पूरे गांव का माहौल बिगड़ चुका है. इसके साथ ही ग्रामीणों ने शराब बेचने वालों को गांव से बाहर करने की अपील भी की.

Source : News State

MP News
      
Advertisment