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पन्ना की रत्नगर्भा धरती से चमकी दो लोगों की किस्मत, मिले बेशकीमती हीरे

मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती से इस बार एक छात्र और एक मजदूर की किस्मत चमकी है. हीरों की नगरी के नाम से देश दुनिया मे प्रसिद्ध पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती ने कई लोगों को रंक से राजा बना दिया है. कहावत है कि...

Updated on: 16 Sep 2022, 12:18 PM

highlights

  • पन्ना में दो लोगों की चमकी किस्मत
  • छात्र को मिला 3.33 कैरेट का हीरा
  • मजदूर के हाथ भी लगा हीरा

पन्ना:

मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती से इस बार एक छात्र और एक मजदूर की किस्मत चमकी है. हीरों की नगरी के नाम से देश दुनिया मे प्रसिद्ध पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती ने कई लोगों को रंक से राजा बना दिया है. कहावत है कि यहां की धरा रातों-रात लोगों को लखपति बना देती है. इसी प्रकार की खबर गुरुवार की शाम सामने आई, जब हीरा कार्यालय में एक साथ दो अलग-अलग हीरे जमा कराए गए. दोनों हीरों के वजन अलग-अलग हैं. अब इन दोनों हीरों को नीलामी में रखा जाएगा, जिसके बाद शासन की रॉयल्टी काटकर बाकी रकम दोनों हीरा धारकों के खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी. 

तारिक खान के हाथ लगा 3.33 कैरेट का हीरा

इन दोनों लोगों में एक का नाम तारिक खान है. तारिक खान माइनिंग की पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने हीरा कार्यालय से कृष्णा कल्याणपुर पट्टी में हीरे की खदान लगाई थी. करीब तीन महीनों की कड़ी मेहनत के बाद तारिख खान के हाथ 3.33 कैरेट का हीरा मिला है. जिसका अच्छा खासा दाम मिलने की उम्मीद है. उनके हीरे की क्वॉलिटी भी काफी अच्छी है. 

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मजदूर ने दो दोस्तों के साथ लगाई खदान

कृष्णा कल्याणपुर पट्टी में ही मजदूर जीवन लाल कुशवाहा ने अपने 3 साथी विद्या जाटव और रम्मू कुशवाहा के साथ मिलकर खदान लगाई थी. जिन्हें 1 साल की मेहनत के बाद 1.76 कैरेट का अच्छी क्वॉलिटी का हीरा मिला है. उन्होंने भी हीरा कार्यालय पहुंचकर हीरे को जमा करवा दिया है. अब अगली हीरा नीलामी में ये दोनों हीरे रखे जाएंगे. इन हीरों की नीलामी से जो रकम मिलेंगी, उसमें से 12 फीसदी की रॉयल्टी सरकार के पास जाएगी, वहीं, 1 फीसदी का टैक्स लगेगा. बाकी की रकम दोनों ही हीरा धारकों के खाते में जमा करवा दी जाएगी.

हीरे की रकम से पढ़ाई पूरी करेंगे तारिक खान

माइनिंग की पढ़ाई कर रहे छात्र मोहम्मद तारिक खान ने बताया कि हीरे की नीलामी के बाद मिलने वाले पैसों से वह अपनी माइनिंग की पढ़ाई पूरी करेगे. ताकि वो आने वाली जिंदगी में और भी बेहतर काम कर सकें. इन पैसों से घर-परिवार की मदद कर सकें. इसी तरह से मजदूर जीवनलाल ने कहा कि वो हीरे से मिलने वाले पैसों से अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने की कोशिश करेंगे. अपने काम-धंधे को बढ़ाएंगे, ताकि परिवार को किसी तरह की कोई परेशानी न हो. (रिपोर्ट-गणेश)