मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सियासी ड्रामे का शुक्रवार को अंत हो गया. पिछले कई दिनों से एमपी में सियासी संकट चल रहा था. ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद सियासी संकट शुरू हो गया था. शुक्रवार को इसका अंत हो गया. कमलनाथ (Kamalnath) ने बहुमत परीक्षण कराने से पहले ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने राजभवन में राज्यपाल लाल जी टंडन से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया. कमलनाथ के इस्तीफे के बाद एक ट्वीट काफी सुर्खियों में है. यह ट्वीट मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किया है.
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यह अल्प विराम
इस ट्वीट में दावा किया गया है कि 15 अगस्त को कमलनाथ मुख्यमंत्री के तौर पर ध्वजारोहण करेंगे और परेड की सलामी लेंगे. इस ट्वीट में सरकार की विदाई को कुछ ही दिनों के लिए बताया गया है. कहा कि यह बहुत ही अल्प बिराम है. संभाल कर रखने की सलाह भी दी गई है. हालांकि इस ट्वीट को लेकर सवाल भी उठने लगे हैं. सवाल यह है कि क्या कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी की बनने वाली सरकार को गिराने की तैयारी में अभी से जुट जाएगी? यह सवाल इसलिए वाजिब है, क्योंकि कमलनाथ के साथ उनके कई मंत्री भी राजभवन पहुंचे थे.
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कांग्रेस बहुत जल्द वापसी करेगी
बाहर निकलने के बाद उनके मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि 6 महीने के बाद कांग्रेस की फिर से सरकार बनने जा रही है. कांग्रेस बहुत जल्द फिर से वापसी करेगी. वहीं, सचिन यादव ने दावा किया कि कांग्रेस एक बार फिर मध्य प्रदेश की सत्ता पर काबिज होगी. इससे इसी बात का संकेत मिल रहा है कि जंग हारने के बाद भी कांग्रेस शांत बैठने के मूड में नहीं.