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दिग्विजय सिंह पर कमलनाथ ने कसा तंज, कहा-इन पर लिखी गई किताब सबसे ज्यादा बिकती

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने विधायक लक्ष्मण सिंह द्वारा पर्यावरण पर लिखी गई किताब का विमोचन करते हुए चुटीले अंदाज में कहा कि अगर किताब दिग्विजय सिंह पर लिखी गई होती तो सबसे ज्यादा बिकती.

Updated on: 19 Jul 2021, 11:22 PM

नई दिल्ली :

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने दिग्विजय सिंह के छोटे भाई विधायक लक्ष्मण सिंह द्वारा पर्यावरण पर लिखी गई किताब का विमोचन करते हुए चुटीले अंदाज में कहा कि अगर किताब दिग्विजय सिंह पर लिखी गई होती तो सबसे ज्यादा बिकती. पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने अपने आवास पर आयोजित समारोह में लक्ष्मण सिंह की पर्यावरण पर लिखी गई किताब का विमोचन किया. उन्होंने दिग्विजय सिंह की मौजूदगी में कहा कि अगर लक्ष्मण सिंह ने दिग्विजय सिंह पर किताब लिखी होती तो वह सबसे ज्यादा बिकती.

देश के पर्यावरण मंत्री की भी भूमिका निभा चुके पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा, पर्यावरण मेरा पसंदीदा विषय है. मैं खुद पर्यावरण मंत्री रह चुका हूं. इसलिए इसकी अहमियत जानता हूं. राज्य का मुख्यमंत्री रहते अल्प समय में ही पर्यावरण संरक्षण को लेकर योजनाएं बनाई थी.

राष्ट्रीय राजनीति  में जा सकते हैं कमलनाथ
वहीं कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ की राष्ट्रीय राजनीति में बढ़ती सक्रियता और उनको पार्टी की बड़ी जिम्मेदारी सौंपे जाने की चचार्ओं ने राज्य के कांग्रेसी नेताओं को चिंतित कर दिया है. हर किसी को इस बात का डर सताने लगा है कि अगर कमलनाथ राष्ट्रीय राजनीति में चले गए तो राज्य में फिर गुटबाजी का नया दौर शुरू हो जाएगा. बीते लगभग एक माह से कांग्रेस के अंदर चल रही गतिविधियों ने यह संकेत तो दे ही दिए हैं कि कमलनाथ की राष्ट्रीय राजनीति में जरूरत महसूस की जाने लगी है. ऐसा इसलिए क्योंकि कमलनाथ एक ऐसे नेता हैं जिनकी गांधी परिवार से नजदीकियां है और उनका किसी गुट से नाता नहीं रहा. यही कारण है कि राजस्थान में चले विवाद का मसला हो या फिर पंजाब का, उसमें पार्टी हाईकमान ने कमलनाथ की मदद ली है.

कमलनाथ की लगातार दिल्ली में सक्रियता बढ़ रही है और वे पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के अलावा महासचिव प्रियंका गांधी से भी मुलाकात कर चुके हैं. इसके चलते संभावनाएं इस बात की बढ़ गई है कि आने वाले समय में कमलनाथ को राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है . कहा तो यहां तक जा रहा है कि उनको कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया जा सकता है.

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कमलनाथ की राष्ट्रीय राजनीति में जाने की चल रही चचार्ओं ने राज्य के कांग्रेसी नेताओं को चिंता में डाल दिया है. यही कारण है कि पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा को पार्टी में बिखराव की चिंता सताने लगी है. उनका कहना है, कमलनाथ ऐसे नेता है जो सभी को एकजुट रखने में कामयाब रहे हैं, इसलिए उनकी राज्य को जरूरत है. अगर वे राष्ट्रीय राजनीति में भी जाते हैं तो उन्हें मध्य प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रखा जाए ऐसी वे हाईकमान से मांग करेंगे.