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'अपने क्षेत्र का विकास न कर पाने वाला प्रदेश की तस्वीर क्या बदलेगा'

कमल नाथ (Kamalnath) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) पर तंज कसा और कहा कि जो व्यक्ति अपने क्षेत्र का विकास न कर पाया हो, वह प्रदेश की तस्वीर क्या बदलेगा.

Updated on: 30 Oct 2020, 11:22 AM

भोपाल:

मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ (Kamalnath) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) पर तंज कसा और कहा कि जो व्यक्ति अपने क्षेत्र का विकास न कर पाया हो, वह प्रदेश की तस्वीर क्या बदलेगा. राज्य में हो रहे विधानसभा के उपचुनाव के तहत गुरुवार को कमल नाथ सांची विधानसभा क्षेत्र के गैरतगंज जनसभा को संबोधित करने पहुंचे. मुख्यमंत्री चौहान कभी विदिशा के सांसद रहे और यह विधानसभा क्षेत्र विदिशा संसदीय क्षेत्र में आता है. उसी को लेकर कमल नाथ ने तंज कसा और कहा, 'जिस क्षेत्र से प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह खुद 17 वर्ष तक सांसद रहे, उस क्षेत्र की पिछड़ी हालत देखकर मुझे आज बेहद दुख हो रहा है. मैं भी 40 वर्ष छिंदवाड़ा से सांसद रहा हूं, जरा एक बार मेरे क्षेत्र में विकास की तस्वीर देखकर आइए.'

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सौदेबाजी से गिराई सरकार
कमल नाथ ने आगे कहा कि जो व्यक्ति अपने क्षेत्र में विकास नहीं कर पाया वो प्रदेश की तस्वीर क्या बदलेगा? शिवराज मुख्यमंत्री रहे, कई बार सांसद रहे, विधायक रहे, लेकिन उनके क्षेत्र आज भी विकास की दृष्टि से पिछड़े हुए हैं, विकास नाम की कोई चीज वहां नहीं है. पूर्व मुख्यमंत्री ने विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश की जनता ने 2018 में ही तय कर लिया था कि 15 वर्ष शिवराज सिंह चौहान को देख लिया, अब उन्हें घर बैठाएंगे, विदा करेंगे लेकिन उन्होंने 15 माह में ही सौदेबाजी से हमारी सरकार गिराकर जनमत का और जनादेश का अपमान किया. 15 माह में मुझे काम करने के लिए सिर्फ साढ़े 11 माह ही मिले लेकिन इसमें भी हमने अपनी नीति और नियत का परिचय दिया.

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शिवराज ने 15 सालों में बिगाड़ी सूबे की सेहत
कांग्रेस जब सत्ता में आई तो प्रदेश की क्या हालत थी, इसका जिक्र करते हुए कमल नाथ ने कहा, 'शिवराज ने 15 वर्ष बाद जो प्रदेश हमें सौंपा वह किसानों की आत्महत्या, महिलाओं पर अत्याचार, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार में नंबर वन था. हर क्षेत्र में चुनौती थी, कृषि क्षेत्र में भी चुनौती थी, किसानों को न्याय नहीं मिल पा रहा था, उनको उनकी उपज का सही दाम नहीं मिल पा रहा था. प्रदेश की इसी तस्वीर को बदलने को लेकर काम किया.'