logo-image

शिवराज सरकार के आते ही किसानों का शोषण: कमलनाथ

मध्य प्रदेश के मंदसौर में हुए किसान गोलीकांड की चौथी बरसी पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोलते हुए कहा है कि शिवराज के फिर सत्ता में आने पर किसानों का शोषण शुरू हो गया है.

Updated on: 06 Jun 2021, 09:01 PM

highlights

  • पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सिंह पर साधा निशाना
  • शिवराज के फिर सत्ता में आने पर किसानों का शोषण शुरू हो गया है
  • शिवराज सरकार आते ही प्रदेश में वापस किसानो का दमन,उत्पीड़न ,शोषण शुरू? 

भोपाल:

मध्य प्रदेश के मंदसौर में हुए किसान गोलीकांड की चौथी बरसी पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोलते हुए कहा है कि शिवराज के फिर सत्ता में आने पर किसानों का शोषण शुरू हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है आज ही के दिन 6 जून 2017 को प्रदेश के मंदसौर के पिपलियामंडी में अपना हक माँग रहे किसानो के सीने पर शिवराज सरकार के काल में गोलियाँ दागी गयी थी. इसमें 6 किसानो की दर्दनाक मौत हुई थी. इस बर्बर गोलीकांड की चौथी बरसी पर मृत सभी किसान भाइयों की शहादत को नमन, उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि.

शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोलते हुए कमलनाथ ने कहा, शिवराज सरकार आते ही प्रदेश में वापस किसानो का दमन,उत्पीड़न ,शोषण शुरू? खाद-बीज-डीजल की मार से आय तो दोगुनी नहीं हुई लेकिन भाजपा सरकार ने लागत जरूर दोगुनी कर दी.

केंद्र सरकार के तीन कृषि कानून को काले कानून बनाते हुए कमलनाथ ने कहा, तीन काले कानून थोप कर किसानो को बर्बाद करने का काम शुरू ? 6 माह से अपने हक को लेकर सड़कों पर आंदोलन कर रहे किसानो की कही कोई सुनवाई नहीं, खरीदी केंद्रो पर किसान परेशान ,खराब फसलो का मुआवजा नहीं मिला. कांग्रेस सरकार की किसान कर्ज माफी योजना बंद है. इतना ही नही,ं प्रदेश में नकली खाद- बीज का व्यापार जोरों पर है . कही भुगतान नहीं मिलने से भटकता किसान,कही उपज बेचने को लेकर परेशान किसान , ऐसी तस्वीरे अब रोज सामने आ रही है.

कमलनाथ ने पहले भी शिवराज सरकार पर साध चुके हैं निशाना

मध्य प्रदेश में कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए कोरोना कर्फ्यू लगाया गया था, संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ते ही अनलॉक किए जाने की प्रक्रिया शुरु की गई, इसके साथ ही कोरोना के नियमों के टूटने का सिलसिला शुरु भी हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कोरोना के नियमों का पालन कराने में दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है. राज्य में कोरोना संक्रमण के चलते पहले रात का कर्फ्यू लगाया गया था, हालात बिगड़े तो पूरे राज्य में कोरोना कर्फ्यू लगाना पड़ा था. धीरे धीरे हालात सुधरे और प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर पॉजिटिविटी दर पांच प्रतिशत से नीचे आ गई. उसके बाद अनलॉक प्रक्रिया शुरु की गई. एक जून से स्थितियों को सामान्य बनाने के लिए दिन का कोरोना कफ्र्य पूरी तरह हटा लिया गया और रात का कर्फ्यू अब भी जारी है.