पूर्व सीएम कमलनाथ चुनाव आयोग के खिलाफ पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, जानिए क्या है वजह
कमल नाथ के इस आपत्तिजनक बयानबाजी को लेकर बीजेपी लगातार चुनाव आयोग से शिकायत कर रही थी. इस बीच निर्वाचन आयोग ने कमलनाथ के इस बयान को आधार पर बनाकर उनका स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया.
नई दिल्ली:
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमल नाथ ने चुनाव आयोग के आदेश को नोटिस देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. कमल नाथ ने चुनाव आयोग के आदेश को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट जा पहुंचे हैं. इसके पहले मध्यप्रदेश की 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव से ठीक पहले चुनाव आयोग ने कांग्रेस को जबरदस्त झटका देते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया था. मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों के लिए 3 नवंबर यानी मंगलवार को उपचुनाव होगा. अब कमलनाथ मध्य प्रदेश में होने वाले उप चुनावों के दौरान कांग्रेस के किसी भी उम्मीदवार के लिए कोई भी प्रचार नहीं कर पाएंगे.
Former Madhya Pradesh Chief Minister and Congress leader Kamal Nath approaches Supreme Court challenging the order of the Election Commission of India (ECI) revoking his star campaigner status for MP by-elections.
— ANI (@ANI) October 31, 2020
(file pic) pic.twitter.com/UpB2WKh7n6
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश उपचुनाव में पिछले दिनों कमलनाथ लगातार चुनावी जनसभाओं में मंच से आपत्तिजनक बयानबाजी कर रहे थे, जिसकी वजह से चुनाव आयोग ने कमल नाथ पर ये कार्रवाई की है. कमल नाथ की इस आपत्तिजनक बयानबाजी को लेकर भारतीय जनता पार्टी लगातार चुनाव आयोग से शिकायत कर रही थी. इस बीच निर्वाचन आयोग ने कमलनाथ के इस बयान को आधार पर बनाकर उनका स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया था.
शिवराज ने सोनिया गांधी को लिखा था पत्र
इसके पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ की विवादित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी को चिट्ठी भी लिख चुके थे और कमल नाथ पर कार्रवाई की भी मांग भी की थी. पिछले दिनों, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कमलनाथ के 'आइटम' वाली टिप्पणी पर असहमति जताते हुए कहा था कि उन्हें इस तरह की भाषा पसंद नहीं है.
कमलनाथ ने ऐसे किया था बचाव
कमलनाथ ने अपने ‘आइटम' शब्द का बचाव करते हुए कहा, ‘मैं इतने साल लोकसभा में रहा. लोकसभा की शीट पर, एजेंडे में लिखा रहता है, आइटम नं 1, 2... मेरे दिमाग में वो रहा. मैंने किसी के प्रति दुर्भावना से या किसी को अपमानित करने के लिये नहीं बोला था. क्योंकि ये आइटम शब्द से मैं बहुत परिचित रहा हूं, लोकसभा और विधानसभा में और मैने ये कहा कि अगर कोई अपमानित महसूस करता है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं.'
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Dharma According To Ramayana: रामायण के अनुसार धर्म क्या है? जानें इसकी खासियत
-
Principles Of Hinduism : क्या हैं हिंदू धर्म के सिद्धांत, 99% हिंदू हैं इससे अनजान
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया के दिन शुभ मुहूर्त में खरीदें सोना-चांदी, भग्योदय होने में नहीं लगेगा समय
-
Types Of Kaal Sarp Dosh: काल सर्प दोष क्या है? यहां जानें इसके प्रभाव और प्रकार के बारे में