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सलमान खुर्शीद के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी बोले, कांग्रेस को आत्म अवलोकन की जरूरत है

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) में करारी हार के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.

Updated on: 09 Oct 2019, 07:52 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) में करारी हार के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफे पर बहस चार महीने से भी ज्यादा समय से जारी है. अब इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद के बयान के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कहा, कांग्रेस को आत्म अवलोकन की जरूरत है.

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सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) की टिप्पणी के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस को नसीहत दे डाली है. उन्होंने कहा, मैं किसी और की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहूंगा, लेकिन हां इसमें कोई संदेह नहीं है कि कांग्रेस को आत्म अवलोकन करने की जरूरत है. कांग्रेस में मौजूदा हालात का जायजा लेकर सुधार करने की जरूरत है.

बता दें कि इससे पहले सलमान खुर्शीद ने बुधवार को कहा था कि राहुल गांधी को पद पर बने रहना चाहिए था. उन्होंने आगे कहा, हमारे आग्रह के बावजूद राहुल गांधीजी ने पद से इस्तीफा दे दिया. कई लोगों ने उन्हें पद पर बने रहने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने पद छोड़ दिया. यह उनका निर्णय था और हमें इसका आदर करना चाहिए.

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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राहुल 'ध्यान' के लिए कंबोडिया गए हुए हैं. मई में लोकसभा चुनाव में करारी हार झेलने के बाद पार्टी अभी भी इससे उबरने की कोशिश कर रही है. सोनिया गांधी के पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनने के बावजूद शीर्ष नेतृत्व पार्टी पर अपनी पकड़ बनाने में नाकाम रहा है. पार्टी के कई नेता महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव से पहले पार्टी छोड़कर चले गए हैं.

बता दें कि वर्ष 2014 में, कांग्रेस ने 543 लोकसभा सीटों में से केवल 44 सीटें जीती थी, जिसके बाद पार्टी ने पूर्व मंत्री ए.के. एंटनी की अध्यक्षता में हार के कारणों की समीक्षा के लिए एक समिति का गठन किया थाय इसकी रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है. वहीं इसके बाद हुए लोकसभा चुनाव में भी पार्टी को केवल 52 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. पार्टी की हार को लेकर केवल एक ही बात सार्वजनिक है कि एंटनी ने 2014 की हार के लिए कांग्रेस द्वारा अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण को जिम्मेदार ठहराया है. हालांकि, इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी के शर्मनाक प्रदर्शन के लिए कोई भी समिति गठित नहीं की गई.