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मध्य प्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स ने सामूहिक इस्तीफा दिया, करीब 3 हजार जूनियर डॉक्टर्स शामिल

ग्वालियर में जूनियर डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर सामूहिक इस्तीफा दिया है. इसमें करीब ढाई हजार जूनियर डॉक्टर्स हैं जिसमें इंदौर रीवा सागर जबलपुर ग्वालियर भोपाल आता है.

Updated on: 03 Jun 2021, 08:12 PM

भोपाल:

ग्वालियर में जूनियर डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर सामूहिक इस्तीफा दिया है. इसमें करीब ढाई हजार जूनियर डॉक्टर्स हैं जिसमें इंदौर रीवा सागर जबलपुर ग्वालियर भोपाल आता है. एक जूनियर डॉक्टर ने बताया, 'आज मध्य प्रदेश में सभी 3000 जूनियर डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफा दिया है. ये हमारी मजबूरी है. हम अपने माननीय से अनुरोध करते हैं कि हमारी मांगें मानी जाए.' डॉक्टरों का कहना है कि अगर कल तक हालात नहीं सुधरे तो हमारे मेडिकल टीचर्स भी हमारे साथ खड़े रहेंगे. मेडिकल टीचर्स, सीनियर रेसिडेंट्स, प्राइवेट नर्सिंग असोसिएशन भी हमारे साथ है. जूनियर डॉक्टर्स का एसोसिएशन हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में जुटे है.

आज गांधी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने रात में एक रैली निकाली। इस रैली में सैकड़ों जूनियर डॉक्टर शामिल हुए । सभी ने अपने मोबाइल के फ़्लैश लाइट ऑन कर प्रदर्शन किया। अजूनियर डॉक्टर्स के एसोसिएशन का कहना है कि अगर सरकार कह रही है कि हमारी माँगे मान ली गई है तो आदेश क्यों नहीं जारी किया जाता। हाई कोर्ट के आदेश को अब सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी.

भोपाल जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन कि  हमने अपनी मांगों को लेकर सरकार से कई बार बात करने की कोशिश की. हमें मई में आश्वासन दिया गया था कि हमारी कुछ मांगे मान ली जाएंगी पर अभी तक लिखित में आदेश नहीं निकाला गया है. 

जूनियर डॉक्टर्स की मांगे एवं उनका निराकरण  

पहली मांग : स्टाइपेंड में 24% बढ़ोत्तरी करके 55000 से बढ़ाकर 68200 एवं 57000 से बढ़ाकर 70680 एवं 59000 से बढ़ाकर 73160 कर दी जाएगी.

दूसरी मांग : हमें हर साल वार्षिक 6% की बढ़ोत्तरी भी हमारे बेसिक स्टाइपेंड पर दी जाएगी. 

तीसरी मांग :-  पीजी करने के बाद 1 साल के ग्रामीण बांड को कोविड की ड्यूटी के बदले हटाने के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी जो इस पर विचार करके अपना फैसला जल्द से जल्द सुनाएगा जिसमें जेडीए के प्रतिनिधि भी होंगे.

चौथी मांग :- कोविड ड्यूटी में काम कार्यरत हर जूनियर डॉक्टर को 10 नंबर का एक गजटेड सर्टिफिकेट मिलेगा जो आगे उसको सरकारी नौकरी में फायदा प्रदान करेगा. 

पाँचवी मांग : समस्त जूनियर डॉक्टर जो कि कोविड में काम कर रहे हैं उनको और उनके परिवार के लिए अस्पताल में अलग से एक एरिया और बेड रिजर्व किया जाएगा एवं उनके उपचार के लिए प्राथमिकता दी जाएगी उस समय मौजूद सारे उचित उपचार उनके लिए मुहैया फ्री ऑफ कॉस्ट कराया जाएगा. 

छठी मांग :- जितने जूनियर डॉक्टर कोविड ड्यूटी में कार्यरत हैं उनका अधिक कार्यभार देखते हुए उन्हें उचित सुरक्षा मुहैया कराई जायेगी.