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अब कांग्रेस मनाएगी रामनवमी व हनुमान जयंती, भाजपा ने कही ऐसी बात

खुद को सेक्युलरिज्म का अलमबरदार बताने वाली कांग्रेस सत्ता सुख भोगने  के लिए अब सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चलती दिख रही है.मध्य प्रदेश कांग्रेस रामनवमी और हनुमान जयंती जैसे आगामी हिंदू त्योहारों को हर स्तर पर सार्वजनिक रूप से मनाने  का ऐला किया है,

Updated on: 04 Apr 2022, 11:05 AM

highlights

  • सत्ता के लिए तरस रही कांग्रेस भी चल पड़ी सॉफ्ट हिंदुत्व की राह
  • रामनवमी-हनुमान जयंती पर धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करेगी कांग्रेस
  • मप्र कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं को 10 व 16 अप्रैल के कार्यक्रम की दी जानकारी

भोपाल:

खुद को सेक्युलरिज्म का अलमबरदार बताने वाली कांग्रेस सत्ता सुख भोगने  के लिए अब सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चलती दिख रही है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश कांग्रेस रामनवमी और हनुमान जयंती जैसे आगामी हिंदू त्योहारों को हर स्तर पर सार्वजनिक रूप से मनाने  का ऐलान किया है. पार्टी ने कैडर को बड़ी सभाओं के साथ जगह-जगह धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं. पार्टी की ओर से जारी इन निर्देश में इसकी घोषणा रविवार को की. 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर कांग्रेस राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार 'सुंदरकांड' (राम चरित्र मानस का एक हिस्सा) और हनुमान चालीसा' का पाठ करने की योजना बना रही है.

कमलनाथ ने जारी किया पत्र
इसकी घोषणा पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने  रविवार को की. उनकी ओर से जारी एक पत्र में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को 10 और 16 अप्रैल को रामनवमी और हनुमान जयंती के मौके पर धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया. दरअसल, संगठन की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि इन दोनों शुभ धार्मिक त्योहारों पर भगवान राम कथा का पाठ, रामलीला के कार्यक्रम और भगवान राम की पूजा का आयोजन किया जाना चाहिए. इसके अलावा हनुमान जयंती पर सुंदरकांड और हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन किया जाना चाहिए. मध्य प्रदेश कांग्रेस संगठन ने कहा कि कमलनाथ रामनवमी पर एक संदेश जारी करेंगे और अपने गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा में हनुमान जयंती पर एक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करेंगे.


कांग्रेस के हिंदुत्व को भाजपा ने बताया पाखंड
धर्म निरपेक्षता का ढिंढोरा पीटने वाली कांग्रेस इस कदम पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.   सूबे की सत्ता पर काबिज सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने इसे कांग्रेस का 'पाखंड' करार दिया. भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि जिन लोगों ने भगवान राम और रामसेतु को काल्पनिक माना और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का विरोध किया, वे अब राजनीतिक लाभ के प्रयास के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. लोग उनके पाखंड को जानते हैं और उन्हें गुमराह नहीं किया जा सकता है."

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कांग्रेस ने भी किया पलटवार
भाजपा की प्रतिक्रिया को कांग्रेस ने ओछी राजनीति करार दिया. इस पर प्रदेश कांग्रेस महासचिव मीडिया केके मिश्रा ने भाजपा पर राम और हनुमान के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने भाजपा को सलाह देते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को पूजा-पाठ करने का अधिकार है. लिहाजा, इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भाजपा अपने राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक उत्सव मनाती है. एक राष्ट्रीय पार्टी के रूप में, इसे इस तरह का बयान देने से पहले दो बार सोचना चाहिए.