देश में जहां लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) का माहौल है, वहीं नेताओं के घर पर लगातार इनकम टैक्स विभाग छापेमारी कार्रवाई कर रहा है. आज भोर में आयकर विभाग के अधिकारियों ने मध्य प्रदेश में सीएम के ओएसडी के घर में छापा मारा. इससे कांग्रेस के नेताओं में हड़कंप मचा हुआ है.
टीम ने ओएसडी के भोपाल स्थित घर में छापा मारा है. साथ ही उनके इंदौर स्थित घर और आफिस में छापेमारी कार्रवाई चल रही है. वहीं, इनटैक्स के अफसरों ने छापेमारी के दौरा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रतीक जोशी के आवासीय परिसर से नकदी बरामद की है. इंदौर, भोपाल, गोवा और दिल्ली सहित 50 स्थानों पर आईटी की खोजबीन चल रही है.
दिल्ली के आयकर अधिकारी आज तड़के करीब 3 बजे इंदौर पहुंचे और एमपी के सीएम कमलनाथ के ओएसडी के घर पर रेड डाला. अधिकारियों ने ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के विजयनगर निवास पर छानबीन की. इससे पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया. हालांकि, अधिकारी की कार्रवाई अभी जारी है. इनकम टैक्स के अफसरों को उनके घर से क्या बरामद हुआ अभी इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.
इनकम टैक्स विभाग के सूत्रों के अनुसार, अधिकारी ओएसडी के 50 स्थानों पर खोजबीन कर रहे हैं. सीएम कमलनाथ के ओएसडी के रतुल पुरी, अमीरा समूह और मोसर बायर के स्थानों पर कार्रवाई जारी है. वहीं, भूला, इंदौर, गोवा और दिल्ली में 35 स्थानों पर रेड पड़ा है. इस छापेमारी कार्रवाई में आईटी के 300 से ज्यादा अधिकारी शामिल हैं.
बता दें कि दिल्ली की टीम ने रात तीन बजे कार्रवाई शुरू की थी. सीआरपीएफ के फोर्स के साथ अधिकारियों ने रेड डाला है. अधिकारियों की टीम ने स्कीम नंबर 74 स्थित निवास पर छापा मारा. इसके साथ ही विजय नगर स्थित शोरूम सहित अन्य स्थानों पर भी जांच की जा रही है. बताया जा रहा है कि सर्विस के दौरान ही कई जांच चल रही थी. प्रवीण जब पुलिस अधिकारी थे, तभी उनके खिलाफ कई मामले सामने आए थे.
बताया जा रहा है कि जब आयकर विभाग की टीम देर रात पहुंची तो प्रवीण कक्कड़ के परिवार के लोग घबरा गए थे. जब उन्हें पुख्ता हो गया कि ये सभी आयकर के अधिकारी हैं तो उन्होंने जांच में सहयोग किया. प्रवीण कक्कड़ को पुलिस विभाग में रहने के दौरान उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था. इसके बाद उन्होंने 2004 में नौकरी छोड़ दी और कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के ओएसडी बन गए. कहा जाता है कि 2015 में कांतिलाल भूरिया को रतलाम-झाबुआ सीट पर मिली जीत प्रवीण कक्कड़ द्वारा बनाई रणनीति से मिली. दिसंबर 2018 में वे सीएम कमलनाथ के ओएसडी बने थे.