मध्य प्रदेश कांग्रेस (Madhya Pradesh Congress) में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. जहां एक तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) प्रदेश में चल रही अपनी सरकार पर निशाना साध रहे हैं. सीएम कमलनाथ (CM Kamalnath) भी उन पर निशाना साध रहे है. ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने अपनी बात को एक बार फिर दोहराते हुए कहा है कि अगर घोषणापत्र के वादे पूरे नहीं होते तो वह सड़क पर उतरेंगे.
सीएम कमलनाथ (CM Kamalnath) और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) लगातार एक दूसरे पर तल्ख टिप्पणी कर रहे हैं. जिससे सियासी टकराव की संभावनाएं बढ़ गई हैं. सरकार व संगठन के बीच तालमेल बनाने के लिए बनी समन्व समिति की बैठक में दोनों नेताओं के बीच कड़वाहट की अटकलबाजियां तेज हो गई हैं.
सिंधिया ने अतिथि विद्वानों के बीच पहुंचकर उनके पक्ष में सड़क पर उतरने का ऐलान किया. जिसके जवाब में सीएम ने कहा कि 'तो उतर जाएं सड़क पर'. जिसके बाद से ऐसा लग रहा है कि यह विवाद जल्द ही नहीं थमेगा. क्योंकि कभी भी सिंधिया की टिप्पणी पर कमलनाथ ने इतनी नाराजगी पहले नहीं दिखाई थी. राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा है कि सीएम कमलनाथ ने जब से हाई कमान को अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया है तब से ही वह अपनी सरकार के स्थायित्व के प्रति आश्वस्त हैं.
फिर क्या बोले सिंधिया
लगातार ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) कहते रहे हैं कि वचन पत्र (MP में कांग्रेस का घोषणा पत्र) में किए गए सभी वादे पूरे नहीं हुए हैं. एक बार फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि वह जनता के लिए लड़ाई लड़ेंगे.
सिंधिया ने रविवार को कहा कि 'मैं जनसेवक हूं और जनता के मुद्दों पर लड़ाई लड़ना मेरा धर्म बनता है. हम सभी को सब्र रखना चाहिए. अभी एक साल हुए हैं. जिन मुद्दों को हमने अपने वचन पत्र में लिखा है उनको हमें पूरा करना ही होगा. अगर पूरा नहीं होता तो हमें सड़क पर उतरना ही होगा.
Source : News Nation Bureau