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कैसी है कोरोना टीकाकरण रफ्तार...कितने लोगों को नहीं लगा दूसरा डोज, जानें सबकुछ 

मध्य प्रदेश में टीकाकरण में सबसे अधिक उत्साह 45 से अधिक उम्र के लोगों ने दिखाया है .मध्य प्रदेश में सबसे अधिक डोज़ 45  से अधिक उम्र वाले लोगों को ही लगाए गए है .अब तक प्रदेश में 65 65 ,56 ,944  लोगों को टीका लग चूका है.

Updated on: 30 May 2021, 09:39 PM

highlights

  • 18  से 44  साल वालों को 15 ,55 ,790  लोगों को टीका लग चूका है
  • भोपाल में 1 ,57 ,170 लोगों वैक्सीन का पहला डोज लग चूका है
  • इंदौर में 2 ,35 ,360  लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लग चूका है

भोपाल:

मध्य प्रदेश में ज़रूर कोरोना के मामलों में कमी आयी हो मगर वैक्सीनेशन को लेकर मध्य प्रदेश में कैसी स्थिति है ? कितने लोगों को टीका लगा ? कितनों को पहला डोज़ लगा ? 18  से अधीक उम्र वाले कितने लोगों को टीका लगा ? इसे लेकर आज हम सारी जानकारी आपके सामने रख रहे है. दरअसल मध्य प्रदेश में अब तक 10777064 करोड़ लोगो को वैक्सीन लगाई जा चुकी है . मगर इसमें दोनों डोज़ शामिल नहीं है . इस आंकड़े में हेल्थ वर्कर से लेकर हर उम्र के लोग शामिल है .वही अब प्रदेश में ऑनलाइन नहीं बल्कि ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन भी किये जा रहे है.

18  से 44  वाली उम्र में कितने लोगों को लगा टीका ?
बात अब 18  से 44  वाली उम्र के लोगों कि कि जाये तो 15 ,55 ,790  लोगों को टीका लग चूका है . मध्य प्रदेश में 5  मई से इसकी शुरआत हुई थी . हलाकि सरकार ने कोविशील्ड वैक्सीन के 45  लाख डोज़ आर्डर किये थे . मगर अब तक सरकार को 19  लाख डोज़ ही मिल पाएं है . राजधानी भोपाल में 1 ,57 ,170 लोगों को  तो इंदौर में 2 ,35 ,360  लोगों को वैक्सीन का पहला  डोज़ लग चूका है . यानि इंदौर वैक्सीन लगाने के मामले में भी भोपाल से आगे है . इस आंकड़े में कोवैक्सीन और कोविशील्ड दोनों ही वैक्सीन शामिल है .

सबसे अधिक 45  से अधिक उम्र वाले लोगों को लगा टीका 
मध्य प्रदेश में टीकाकरण में सबसे अधिक उत्साह 45 से अधिक उम्र के लोगों ने दिखाया है .मध्य प्रदेश में सबसे अधिक डोज़ 45  से अधिक उम्र वाले लोगों को ही लगाए गए है .अब तक प्रदेश में 65,56,944  लोगों को टीका लग चूका है तो इन्ही में से 11 ,81 ,305  लोगों को दूसरा डोज़ लग चूका है . यानि अब तक करीब 53  लाख लोगों को दूसरा डोज़ नहीं लगा है . इसका सबसे बड़ा कारण कोविड के टीके कि गाइड लाइन बदला जाना है .

कुल मिलाकर वैक्सीन कि कमी के चलते मध्य प्रदेश में दूसरा डोज़ लगाने कि कमी दर्ज़ कि गई है . सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले दिनों में शहर से अधिक गांवों में भी वैक्सीन लगाई जाए.