मध्यप्रदेश के एमपीपीएससी में हर्शल चौधरी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है. पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई है. सुबह से ही लोगों का हुजूम हर्शल चौधरी के घर में लगा हुआ है. हर्शल चौधरी के पिता जितेंद्र चौधरी रहने मध्यप्रदेश के मंडला जिला के रहने वाले हैं. उनके पिता का आटा चक्की का व्यवसाय था. उसी से परिवार का पालन पोषण चलता था, जहां 2013 में कोरिया हसदेव क्षेत्र में कोल फील्ड में हर्शल चौधरी का असिस्टेंट मैनेजर के पोस्ट पर पोस्टिंग हुई थी तब से ही वह कोरिया हसदेव के एस इ सी एल हसदेव क्षेत्र में ही माइनिंग इंजीनियर के पोस्ट पर काम कर रहे थे और यही से एमपीपीएससी की तैयारी भी कर रहे थे.
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एमपीपीएससी में टॉप आने पर हर्शल चौधरी का कहना है कि हर एक की तमन्ना है की डिप्टी कलेक्टर बनें. मैंने तैयारी यूट्यूब ,इंटरनेट के वीडियो एमपीपीएससी टॉपर को देखकर की थी. इंदौर में जाकर कुछ महीने कोचिंग भी की. अब जाकर इस सर्विस को जॉइन करूंगा. आगे मैं यूपीएससी में ट्राई करूंगा. इसका श्रेय अपने माता पिता और अपनी टीचर को देना चाहूंगा. उन्होंने कहा, अगर आप परिश्रम सही दिशा में कर रहे हो तो परिणाम आना निश्चित है.
वही हर्षल चौधरी के पिता जितेंद्र चौधरी कहना है कि बेटा मध्य प्रदेश एमपीपीएससी प्रथम स्थान आया है, हमें विश्वास ही नहीं हुआ. बेटे के कारण पिता का नाम रोशन हो रहा है तो यह बहुत गर्व की बात है. मां दुर्गेश चौधरी का कहना है कि मेरे बेटे ने जितनी मैंने उम्मीद की थी उससे ज्यादा कर दिखाया है । हमारे मंडल जिला और हमारे परिवार में बड़ी खुशी की बात है. छोटे भाई अंचल ने बताया कि मुझे बहुत ही प्राउड है मेरे बड़े भाई मध्य प्रदेश में प्रथम आए हैं. हर्षल चौधरी के फ्रेंड सुनील कुमार ने बताया कि एसईसीएल हसदेव एरिया में खुशी की लहर है. हमें बहुत गर्व है कि हमारा फ्रेंड मध्यप्रदेश में एमपीपीएससी प्रथम स्थान प्राप्त किया है.
Source : News Nation Bureau