लोकसभा चुनाव 2019 खत्म हुए कई महीने गुजर गए हैं. लेकिन कांग्रेस इस सदमें से नहीं निकल पा रही है. कांग्रेस अपने अंतर्कलह से जूझ रही है. कांग्रेस न तो अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन पा रही है और न ही वह मध्य प्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष बना पा रही है. जिसके बाद लगातार कार्यकर्ताओं का दबाव राष्ट्रीय नेतृत्व बन रहा है.
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मध्य प्रदेश में कांग्रेस के कार्यकर्ता कई गुटों में बंटे हैं. लेकिन सबसे ज्यादा ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक दबाव बना रहे हैं. ग्वालियर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बनाने को लेकर पोस्टर वार शुरु हो गई है. पोस्टर के जरिए ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों ने उन्हें अध्यक्ष बनाने की मांग उठाई है.
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इससे पहले भोपाल में प्रदेश कार्यालय पर सिंधिया को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग उठ चुकी है. लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद से ही कांग्रेस में इस्तीफे का दौर भी जारी है. अपनी हार के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था. इससे पहले कांग्रेस में अध्यक्ष के लिए भी ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम सुझाया गया था.
धारा 370 पर मोदी सरकार का किया था समर्थन
5 अगस्त को जब मोदी सरकार ने धारा 370 को खत्म किया था तब भी कांग्रेस में कई खेमे दिखे थे. पार्टी के कई बड़े नेता मोदी सरकार के इस फैसले के साथ थे. इसमें से एक नाम ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी था. उन्होंने ट्वीट करके कहा था कि मैं इस फैसले का समर्थन करता हूं.
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उन्होंने कहा था जम्मूकश्मीर और लद्दाख को लेकर उठाए गए कदम और भारत देश मे उनके पूर्ण रूप से एकीकरण का मैं समर्थन करता हूँ. संवैधानिक प्रक्रिया का पूर्ण रूप से पालन किया जाता तो बेहतर होता, साथ ही कोई प्रश्न भी खड़े नहीं होते. लेकिन ये फैसला राष्ट्र हित मे लिया गया है और मैं इसका समर्थन करता हूँ.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो