मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश जोशी (90) का लंबी बीमारी के बाद यहां एक निजी अस्पताल में रविवार को निधन हो गया. वह राजनीतिक शुचिता और समर्पण के प्रतीक थे. मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री एवं उनके बेटे दीपक जोशी ने कहा, 'मेरे पिताजी का बंसल अस्पताल में आज सुबह निधन हो गया.' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वह एक ऐसे कद्दवार नेता थे, जिन्होंने मध्य प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
कैलाश जोशी का जन्म 14 जुलाई 1929 को मध्य प्रदेश के देवास जिले के हाटपिपलिया में हुआ था. वह मध्य प्रदेश की पहली गैर कांग्रेसी सरकार के मुख्यमंत्री बने. वह 1977-1978 में करीब सात महीने तक जनता पार्टी के शासनकाल में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. तब उन्होंने अस्वस्थता के कारण मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. वह 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना के समय ही उसके सदस्य बने. उन्होंने मध्यप्रदेश में जनसंघ एवं भाजपा को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई. उनके परिवार में तीन बेटे एवं तीन बेटियां हैं. उनकी पत्नी का निधन कुछ महीने पहले ही हुआ है.
इसे भी पढ़ें:Google ने बिगाड़ी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये अहम आदत, जानें पीएम की जुबानी उनका 'दर्द'
1951 में भारतीय जनसंघ के सदस्य के रूप में अपनी राजनीतिक जीवन की शुरूआत करने वाले जोशी 1955 में देवास जिले की हाटपिपलिया नगरपालिका के अध्यक्ष बने. इसके बाद वह मध्यप्रदेश विधानसभा की बागली सीट से 1962 से 1998 तक लगातार आठ बार विधायक रहे. वह पहले तीन बार भारतीय जनसंघ से, फिर एक बार जनता पार्टी से और बाद में चार बार भाजपा से विधायक बने.
वह राज्यसभा एवं लोकसभा के सदस्य भी रहे. वह 1980 से 1984 तक मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भी रहे. जोशी आपातकाल में एक माह भूमिगत रहने के पश्चात 28 जुलाई 1975 को मध्य प्रदेश विधानसभा के द्वार पर गिरफ्तार होकर 19 माह तक मीसा में नजरबंद भी रहे. उन्होंने मध्य प्रदेश के उद्योग, विद्युत, वाणिज्य एवं ऊर्जा मंत्री का जिम्मा भी संभाला. 1993 में वह भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे. उनका पार्थिव देह कल सोमवार सुबह 9:30 बजे यहां मध्य प्रदेश भाजपा कार्यालय स्थित दीनदयाल परिसर में अंतिम दर्शनार्थ रखा जाएगा.
उनका अंतिम संस्कार मध्यप्रदेश के देवास जिले में उनके गृह नगर हाटपिपलिया में सोमवार को किया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी ने उनके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘कैलाश जोशी जी एक ऐसे कद्दवार नेता थे, जिन्होंने मध्य प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया. उन्होंने मध्य भारत में जनसंघ एवं भाजपा को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की. उन्होंने एक प्रभावी विधायक के रूप में पहचान बनाई. उनके निधन से पीड़ा हुई. उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना. ओम शांति.’
और पढ़ें:संजय राउत के ये 10 तीखे बयान, जिसने बीजेपी-शिवसेना के दशकों पुरानी दोस्ती में डाली दरार
वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, ‘कैलाश जोशी सादा जीवन, उच्च विचार के राजनेता थे. वे जीवनपर्यंत सामाजिक मूल्यों और सिद्धांतों के प्रति समर्पित रहे. उन्होंने कभी समझौता नहीं किया. जोशी का निधन प्रदेश के लिए बड़ी क्षति है.’
इसी बीच, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर लिखा, ‘मध्यप्रदेश की राजनीति को नई दिशा देने वाले, निर्धन और कमजोर की आवाज़, विनम्र व मृदुभाषी राजनेता, पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय कैलाश जोशी के अवसान के साथ ही एक युग का अंत हो गया. उनके चरणों में कोटि - कोटि प्रणाम, विनम्र श्रद्धांजलि!’