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कमलनाथ की वायरल फोटो पर शिवराज सिंह चौहान हुए ट्रोल, फॉलोअर्स ने दी गीता पढ़ने की नसीहत

कांग्रेस समर्थक असदउद्दीन खान ने शिवराज सिंह चौहान के सरकारी पते पर भागवत गीता ऑनलाइन ऑर्डर की है.

Updated on: 24 Jun 2019, 11:40 AM

नई दिल्ली:

मध्यप्रदेश की सत्ता से डेढ़ दशक बाद बाहर हुई भारतीय जनता पार्टी के तेवर तल्ख बने हुए हैं. विपक्षी दल की भूमिका में बीजेपी नजर आने लगी है और उसकी ओर से एक के बाद एक आंदोलन चलाकर राज्य की सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. लेकिन अब कमलनाथ सरकार को सरकारी विज्ञापन के जरिए घेरने के चक्कर में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने एक ट्वीट की वजह से खुद ट्रोल हो गए हैं.

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दरअसल, कमलनाथ सरकार का 'जय किसान ऋण माफी योजना' का एक सरकारी विज्ञापन छापा गया था. इस विज्ञापन में मुक्यमंत्री कमलनाथ एक बुजुर्ग महिला को कर्जमाफी का सर्टिफिकेट सौंप रहे हैं. विज्ञापन में वो महिला मुख्यमंत्री को आशीर्वाद देते हुए दिखाई दे रही है. लेकिन जो विवाद की वजह बनी वो है इस विज्ञापन में किसी तीसरे व्यक्ति का हाथ. इसी हाथ को लेकर यह तस्वीर वायरल हो रही है. इसी पर कटाक्ष करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर मुख्यमंत्री कमलनाथ से पूछा कि ये तीसरा हाथ किसका है ? इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ट्विटर पर ट्रॉल हो गए.

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विज्ञापन में छपी तस्वीर के वायरल होने पर कांग्रेस ने पूरी फोटो जारी की. जब जाकर पता चला कि तस्वीर में दिख रहा हाथ कैबिनेट मंत्री कमलेश्वर पटेल का है. वायरल तस्वीर की हकीकत सामने आने के बाद शिवराज सिंह को कांग्रेस समर्थक और नेता ट्रोल करने लगे. ट्विटर पर फॉलोवर्स ने शिवराज सिंह को खाली वक्त में गीता पढ़ने की नसीहत दी. इतना ही नहीं, कांग्रेस समर्थक असदउद्दीन खान ने शिवराज सिंह चौहान के सरकारी पते पर भागवत गीता ऑनलाइन ऑर्डर कर दी.

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असदउद्दीन खान ने ट्विटर पर लिखा, 'पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी आप मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हर विषय पर बोलने का आपका अधिकार है, मगर पिछले कुछ दिनों से देखने में आ रहा है, आप कोई भी मुद्दे पर बेवजह बोल रहे हैं. आपसे निवेदन है कि खाली वक़्त मिलने पर मेरे द्वारा भेजी गई भगवदगीता ज़रूर पढ़ें.' असदउद्दीन ने आगे लिखा, 'गीता पढ़ने से आपको सुकून मिलेगा और आप अनर्गल ट्वीट करने और ट्रोल होने से बच सकेंगे.'

संदीप सिंह नाम के एक व्यक्ति ने ट्विटर पर लिखा, 'विज्ञापन में जारी अधूरी फ़ोटो की पूर्ण तस्वीर...तीसरा हाथ मंत्री कमलेश्वर पटेल का निकला.'

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मनोज सिंह राजपूत ने लिखा, 'विज्ञापन घोटालों से पटी रही आप की सरकार मैं भले ही विज्ञापन में गलती ना हुई हो पर जनसंपर्क के "मिश्रा बंधुओं" के कारण वास्तविक पत्रकार सड़क पर आ गए और "मालिकों" की तिजोरी लबालब हो गई. यह रहा उस विज्ञापन का वास्तविक फोटो.'

गौरतलब है कि राज्य में कमलनाथ की सरकार को घेरने में भाजपा ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है. बिजली, पानी, किसान कर्जमाफी, मासूमों पर अत्याचार को लेकर सड़कों पर आई. बिजली कटौती के मुद्दे पर जनता के बीच कुछ जगह भाजपा ने बनाई और सरकार के खिलाफ माहौल बनाया. राज्य में दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस को बहुमत न मिलने पर सरकार के भविष्य को लेकर शुरू से ही सवाल उठे, मगर वक्त गुजरने के साथ सरकार अपने को मजबूत करने में लग गई. भाजपा सत्ता से बाहर होने के बाद सीधे तौर पर सड़कों पर उतरने से परहेज करती रही, मगर लोकसभा चुनाव में राज्य में भाजपा के खाते में आई सफलता ने पार्टी को एक बार फिर उत्साहित कर दिया है.

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