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मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री ने कहा, नहीं है खाद की कमी, इस सिस्टम से होगा वितरण

मध्य प्रदेश में खाद वितरण की व्यवस्था का विकेंद्रीकरण का काम तेजी से चल रहा है. अब इस सिस्टम से डिफॉल्टर हुई सहकारी संस्थाओं के माध्यम से भी डीएपी, यूरिया खाद का वितरण किया जाएगा.

Updated on: 12 Oct 2021, 07:14 PM

highlights

  • कृषि मंत्री ने कहा, राज्य में खाद की कोई कमी नहीं
  • खाद की कमी पर कांग्रेस के आरोप को बेबुनियाद बताया
  • कृषि मंत्री ने कहा, किसानों के लिए कोई कमी नहीं होगी  

भोपाल:

मध्य प्रदेश में खाद वितरण की व्यवस्था का विकेंद्रीकरण का काम तेजी से चल रहा है. अब इस सिस्टम से डिफॉल्टर हुई सहकारी संस्थाओं के माध्यम से भी डीएपी, यूरिया खाद का वितरण किया जाएगा. यह जानकारी मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने दी है. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा. कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और अभी भी तीन रैक प्रदेश में आ रही हैं. इनमें से एक ग्वालियर पहुंचेगी जिससे भिंड, मुरैना के आसपास खाद की पूर्ति सुलभ हो जाएगी. 

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मुरैना में खाद के संकट को लेकर लगाए गए कांग्रेस के आरोप पर कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि खाद की कोई कमी नहीं है और जरूरत से ज्यादा खाद की खरीद की जा रही है. उन्होंने कहा कि मुरैना में 5 हजार टन खाद उपलब्ध थी जिसका डबल लॉक सिस्टम से वितरण हो रहा था. यहां कांग्रेस की डिफॉल्टर समितियों ने आकर व्यवस्था बिगाड़ने का काम किया. कमल पटेल ने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त खाद का भंडार है. उन्होंने कहा कि किसानों के लिए कोई कमी नहीं आने दी जाएगी.  प्रदेश में 80 प्रतिशत यूरिया सोसाइटी के माध्यम से दिया जा रहा है. प्रदेश में यूरिया वितरण का विकेंद्रीकरण करके डिफॉल्टर संस्थाओं के माध्यम से भी खाद का वितरण होगा जिससे कहीं भी किसान परेशान न हों.