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विदिशा के जिला सहकारी बैंक के बाहर सोते हैं किसान, जानें वजह

मध्य प्रदेश विदिशा के जिला सहकारी बैंक के बाहर किसान पैसे निकालने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते हैं और रातभर सोते हैं. शमशाबाद तहसीलदार कहते हैं, वे रात से पैसे निकालने के लिए टोकन का इंतजार कर रहे हैं. 150 टोकन वितरित किए गए और बाकी कल मिल जाएंगे.

Updated on: 27 May 2021, 08:36 PM

विदिशा:

मध्य प्रदेश विदिशा के जिला सहकारी बैंक के बाहर किसान पैसे निकालने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते हैं और रातभर सोते हैं. शमशाबाद तहसीलदार कहते हैं, वे रात से पैसे निकालने के लिए टोकन का इंतजार कर रहे हैं. 150 टोकन वितरित किए गए और बाकी कल मिल जाएंगे. दरअसल शमशाबाद की जिला सहकारी बैंक में कुछ कर्मचारियों को कोरोना हो गया था इसलिए बैंक पिछले 14 दिनों से बंद थी. मंगलवार को जब बैंक खुली तो पैसे निकालने के लिए किसानों की भीड़ उमड़ गई. भीड़ को काबू में करने के लिए बैंक प्रबंधन ने रोज 150 लोगों को टोकन बांटने का निर्णय लिया.

बुधवार को छुट्टी थी इसलिए गुरुवार का टोकन पाने के लिए किसान रात में लाइन लगाकर बैठ गए. किसानों ने अपनी अपनी पासबुक को लाइन में रखा और वहीं सो गए. टोकन थाना परिसर में बांटे जाते हैं. कुछ ही दूरी पर बैंक है जहां टोकन दिखाकर बैंक के अंदर जाने दिया जाता है. एक दिन में बैंक से महज 150 लोगों को ही पैसे दिए जा रहे है बाकी किसान बापस लौट जाते हैं. सुबह बैंक में भीड़ बढ़ती देख तहसीलदार हर्ष विक्रम सिंह भी मौके पर पहुंचे.

उन्होंने आरआई, पटवारी के माध्यम से टोकन बटवाए. शारीरिक दूरी का पालन हो इसीलिए लोगों को दूर दूर रहने की हिदायत दी. तहसीलदार ने कहा कि डेढ़ सौ किसानों के बाद जो किसान बचे थे उनकी सूची बनाई है उन्हें अगले दिन टोकन दिया जाएगा.