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मध्य प्रदेश : ITO ऑफिसर के ठिकानों पर छापा, घर में बना रखा है मिनी थियेटर और स्विमिंग पूल

मध्य प्रदेश के धनकुबेर अधिकारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में जबलपुर में भी ईओडब्ल्यू की टीम ने जबलपुर आरटीओ संतोष पाल के घर पर छापा मारा. इस कार्रवाई में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.

Updated on: 18 Aug 2022, 06:48 PM

जबलपुर:

मध्य प्रदेश के धनकुबेर अधिकारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में जबलपुर में भी ईओडब्ल्यू की टीम ने जबलपुर आरटीओ संतोष पाल के घर पर छापा मारा. इस कार्रवाई में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. ईओडब्ल्यू के मुताबिक, आरटीओ संतोष पाल की वैध संपत्ति की तुलना में 650 फीसदी से ज्यादा अवैध संपत्ति जुटाई है. संतोष पाल और उनकी पत्नी जबलपुर के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में पदस्थ हैं.  ईओडब्ल्यू की टीम ने जब देर रात आरटीओ संतोष पाल के घर छापा मारा तो हड़कंप मच गया. कार्रवाई के दौरान ईओडब्ल्यू की टीम को जबलपुर शहर में ही अचल संपत्तियों की जानकारी मिली. आरटीओ संतोष ने जबलपुर शहर के विभिन्न पॉश इलाकों में आधा दर्जन आलीशान मकान बनाए हैं, जिस मकान में ईओडब्ल्यू की टीम ने छापेमारी कार्रवाई की वही मकान करोड़ों रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है. मकान के अंदर हर तरह की सुख सुविधाएं मौजूद हैं.

संतोष पाल की रहीसी की इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसने अपने आलीशान मकान में एक मिनी थियेटर और स्विमिंग पूल तक बना रखा है. इसके अलावा ईओडब्ल्यू की टीम को घर में करीब 16 लाखों रुपये नकद  और सोने चांदी के जेवरात भी बरामद हुए हैं. एक डेढ़ एकड़ में बना फार्म हाउस तो दो लग्जरी कारें और दो महंगी बाइक भी बरामद हुई है. ईओडब्ल्यू की टीम संतोष पाल के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. ईओडब्ल्यू की टीम ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और अब संतोष पाल की चल अचल संपत्ति का पता लगाया जा रहा है. जल्द ही टीम संतोष पाल के तमाम बैंक खाते और बैंक लॉकर्स को भी खंगालेगी.

आपको बता दें कि जबलपुर में प्रभारी आरटीओ संतोष बाल लंबे समय से जबलपुर परिवहन कार्यालय में पदस्थ हैं, उनकी पत्नी रेखा पाल भी क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में लिपिक के पद पर पदस्थ हैं. इससे पहले भी कई बार संतोष पाल विवादों में घिर चुके हैं. उनकी जाति प्रमाण पत्र को लेकर भी सवाल उठाए गए थे और आय से अधिक संपत्ति का मामला भी अदालत में लंबित है. फिलहाल ईओडब्ल्यू की टीम का सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है और जल्द ही इस मामले पर और भी कई खुलासे हो सकते हैं.