मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित 86 मरीजों में से आठ मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं और 14 दिन तक पृथक रखने के बाद अस्पताल से उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी. यह जानकारी मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल ने मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी एक वीडियो में बुधवार शाम को दी है. इस वीडियो में उन्होंने कहा, ''एक अप्रैल तक प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के 86 मामले आये हैं.
इनमें इंदौर के सर्वाधिक 63 मरीज शामिल हैं.'' पल्लवी ने कहा, ''संक्रमित पाये गये मरीजों में से छह की मौत हो चुकी है. लेकिन बाकी बचे हुए मरीजों में से आठ मरीज ठीक हो चुके हैं और अस्पताल में 14 दिन गुजारने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी.'' उन्होंने कहा कि इस महामारी की चपेट में आये बाकी मरीजों की स्थिति भी स्थिर बनी हुई है. अब तक मिली रिपोर्टों के मुताबिक मध्य प्रदेश में कुल 86 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. इनमें इंदौर के सर्वाधिक 63 मरीज शामिल हैं.
इसके अलावा, जबलपुर के आठ, उज्जैन के छह, भोपाल के चार, शिवपुरी एवं ग्वालियर के दो-दो एवं खरगोन में एक मरीज में भी इस संक्रमण की पुष्टि हुई है. इनमें से छह लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से इंदौर के तीन, उज्जैन के दो और खरगोन के एक मरीज शामिल हैं. इसी बीच, मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग की एक विज्ञप्ति में बताया गया, ''जबलपुर सहित प्रदेश के अन्य सभी स्थानों पर कोरोना के मरीजों की स्थिति में सुधार हुआ है.''
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को मंत्रालय में कोरोना संकट की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर स्वास्थ्य विभाग सहित कोरोना संकट में कार्य कर रहे सभी विभागों के अमले का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि उनके अथक परिश्रम तथा जनता के सहयोग से हम इस संकट पर जल्दी काबू पा लेंगे. चौहान ने प्रत्येक विषय की सूक्ष्म निगरानी और अधिकारियों से गहन चर्चा कर प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिए.
चौहान ने निर्देश दिये कि जो भी अमला कोरोना कार्य में लगा हुआ है, उन सभी को हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन टेबलेट, आईसीएमआर की अनुशंसा अनुसार खिलाई जाए. प्रदेश में पर्याप्त संख्या में यह टेबलेट उपलब्ध है. बताया गया कि वर्तमान में इसका सवा दो लाख का स्टॉक है तथा रतलाम में यह टेबलेट बड़ी मात्रा में बन रही है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 से जुड़े किसी भी प्रकार के प्रबंधन में लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी.
चौहान ने कोविड-19 की समीक्षा बैठक में विशेष अधिकारी एवं आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएँ प्रतीक हजेला को हटाने के निर्देश भी दिए. इसके कुछ ही घंटों बाद 1995 बैच के आईएएस अधिकारी हजेला को इस पद से हटा कर प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश शासन पदस्थ किया गया है. उनके स्थान पर 1996 बैच के आईएएस अधिकारी फैज अहमद किदवई को वर्तमान कर्त्तव्यों के साथ आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएँ का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.
Source : Bhasha