भाजपा (BJP) ने मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराने के लिये कांग्रेस विधायकों को खरीदने के कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि झूठ बोलकर सनसनी फैलाना उनकी आदत है और कांग्रेस में अपने नेताओं पर दबाव बनाने के लिए वह यह हरकतें कर रहे हैं. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय के आरोपों पर सोमवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘ झूठ बोलकर सनसनी फैलाना दिग्विजय सिंह की आदत है. इनका कोई काम नहीं हुआ होगा, जिसको करवाने के लिए मुख्यमंत्री जी (कमलनाथ) पर दबाव बनाने के लिए ये हरकतें कर रहे हैं. इनके दिमाग में क्या चल रहा है, इसका अंदाजा लगाना किसी के बस का नहीं है, हर समय कोई फितूर चलता रहता है.’’
इससे पहले सोमवार सुबह सिंह ने नई दिल्ली में आरोप लगाया था कि कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा नेता कांग्रेस के विधायकों को रिश्वत देने की कोशिश कर रहे हैं. नई दिल्ली में सोमवार को मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय ने कहा, ‘‘मैं बिना तथ्यों के आरोप नहीं लगाता. शिवराज और नरोत्तम में सहमति बन गई है. एक मुख्यमंत्री और दूसरा डिप्टी सीएम बनने का सपना देख रहे हैं. शिवराज और नरोत्तम कांग्रेस विधायकों को फोन कर रहे हैं और खुलेआम 25 से 35 करोड़ रुपए की पेशकश कर रहे हैं. पांच करोड़ अभी ले लो, दूसरी किश्त राज्यसभा चुनाव में और तीसरी किश्त सरकार गिराने (अविश्वास प्रस्ताव पारित होने) के बाद दी जाएगी.’’
दिग्विजय ने कहा कि लेकिन भाजपा को यह समझना होगा कि यह कर्नाटक नहीं है और मध्यप्रदेश में कांग्रेस का कोई विधायक बिकाऊ नहीं है. दिग्विजय के आरोपों को खंडन करने हुए प्रदेश भाजपा के नवननियुक्त अध्यक्ष वीडी शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ ऐसा लगता है कि दिग्विजय सिंह को शायद आज कोई ऐसा इश्यू नहीं मिला होगा कि जिससे कोई दंगा भड़क जाए. इस प्रकार के अनर्गल आरोप लगाने का प्रयास वो हमेश करते रहे हैं और यह आरोप भी इसी प्रकार से लगाने का प्रयास उन्होंने किया है.’’
दिग्विजय के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश के पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय, नरोत्तम फोबिया से पीड़ित हैं. उनका राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त होने वाला है इसलिये कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री पर दबाव बनाने तथा सुर्खियों में रहने के लिये वह इस तरह की बातें करते रहते हैं. लेकिन उन्हें अब कोई गंभीरता से नहीं लेता है. मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा के नेता गोपाल भार्गव ने कहा कि लोकतंत्र में विधायकों पर पैसे लेने-देने का आरोप लगाना उनका सबसे बड़ा अपमान है.
मध्यप्रदेश में कभी भी विधायकों की खरीद-फरोख्त की परंपरा न रही है और न आगे रहेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में इतने सारे गुट हैं कि उनके अंदर ही जमकर असंतोष है. कांग्रेस में कबीलाई संस्कृति हावी है. कांग्रेस को भय है कि पता नहीं उनके कौन से गुट से विधायक टूटकर भाजपा में चला जाए. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दिग्विजय जिस प्रकार के आरोप लगा रहे हैं उनका कोई आधार भी वे पेश करें. भार्गव ने कहा कि दिग्विजय राज्यसभा के लिए अपने आला नेताओं पर दबाव बनाना चाहते है और इसीलिए वह सनसनी फैलाने वाले बयान दे रहे है.
Source : Bhasha