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दिग्विजय सिंह VS उमंग सिंघार, 10 प्वाइंट्स में जानिए पूरा विवाद

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कांग्रेस (Congress) के अंदरखाने में घमासान मचा हुआ है. लगातार विवाद के केंद्र में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) हैं.

Updated on: 04 Sep 2019, 01:22 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कांग्रेस (Congress) के अंदरखाने में घमासान मचा हुआ है. लगातार विवाद के केंद्र में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) हैं. मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) में मंत्री उमंग सिंघार (Umang Singhar) ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. मोर्चा इस कदर है कि पार्टी से होते हुए मीडिया में आ चुका है.

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हाल तो यह है कि उमंग ने दिग्विजय को 'ब्लैकमेलर नंबर वन' तक कह डाला है. साथ ही यह आरोप भी लगाया कि दिग्विजय रेत के अवैध खनन में शामिल हैं. वन मंत्री उमंग सिंघार ने कहा कि जिस तरह से सरकार की नीतियों में दखलअंदाजी करते हैं और पर्दे के पीछे से सरकार चलाते हैं. लेकिन यह विवाद आखिर कांग्रेस के एक दिग्गज नेता और मंत्री के बाच कैसे शुरु हुआ. हम आपको बताते हैं 10 प्वाइंट्स में.

  1. दिग्विजय सिंह ने 28 कैबिनेट मंत्रियों को काम के सिलसिले में मिलने के लिए वक्त मांगा. जिसके बाद से उमंग सिंघार और दिग्विजय सिंह के बीच तना-तनी शुरु हो गई.
  2. दिग्विजय सिंह की चिट्ठी के बाद उमंग सिंघार ने भी एक चिट्ठी लिखी. यह चिट्ठी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखी गई. इस चिट्ठी में उमंग सिंघार ने कहा कि 'मंत्री का अपने मुख्यमंत्री के प्रति उत्तरदायित्व होता है. दिग्विजय सिंह राज्यसभा सदस्य हैं. वह पत्र लिख कर मंत्रियों से ट्रांसफर-पोस्टिंग का हिसाब ले रहे है, जो अनुचित है'
  3. उमंग सिंघार से जब चिट्ठी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने यह स्वीकार किया कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को खत लिखा है. उन्होंने कहा कि यह सरकार जनता की सरकार है, ये किसी नेता की सरकार नहीं है. ये लोग खत भेजकर यह दिखाना चाहते हैं कि वह शैडो सीएम हैं.
  4. यह विवाद चल ही रहा था कि पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव ने ट्वीट करके लिखा कि वो इस खींचतान से बेहद आहत हैं.
  5. यह सब हो ही रहा था कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चल रही रस्साकशी तेज हो गई. भोपाल के एक पार्षद ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को अध्यक्ष बनाने के लिए अखबार में विज्ञापन तक दे दिया. वहीं भिंड जिले की कांग्रेस कमेटी ने सिंधिया के पक्ष में एक प्रस्ताव पारित कर दिया.
  6. शिवपुरी जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिले में किसी भी कांग्रेस नेता के प्रवेश की अनुमति नहीं देने की धमकी दी है.
  7. जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने दिग्विजय-उमंग विवाद पर अपना बयान दिया. उन्होंने उमंग सिंघार पर कहा कि सिंघार जी प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में हैं. लेकिन यह सब सोनिया जी तय करेंगी.
  8. वहीं PWD मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि उमंग सिंघार के अंदर बहुत दिनों से पीड़ा थी. पर एक छोटे नेता को अपने से बड़े नेता से सम्मानजनक तरीके से बात करना चाहिए.
  9. बीजेपी ने इस मामले में कहा कि यह मलाई की लड़ाई है.
  10. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोई ब्लैकमेलर बन रहा है वहीं कोई रेत लूट रहा है. कितने पावर सेंटर बने हुए हैं. कांग्रेस में जो होने है हो, लेकिन मेरे प्रदेश को बर्बाद मत करो.