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कोरोना काल में शिवराज सरकार ने बढ़ाया पेट्रोल-डीजल का दाम, जानें नई कीमत

मध्यप्रदेश सरकार ने कोविड-19 (CoronaVirus Covid-19) वैश्विक महामारी के कारण राज्य के राजस्व संग्रहण में आई कमी और कोरोना वायरस संबंधी व्यवस्थाओं के लिए पेट्रोल एवं डीजल (Petrol Diesel Prices) के वर्तमान अतिरिक्त कर में एक-एक रुपए की वृद्धि कर दी है.

Updated on: 13 Jun 2020, 05:37 PM

नई दिल्ली:

मध्यप्रदेश सरकार ने कोविड-19 (CoronaVirus Covid-19) वैश्विक महामारी के कारण राज्य के राजस्व संग्रहण में आई कमी और कोरोना वायरस संबंधी व्यवस्थाओं के लिए पेट्रोल एवं डीजल (Petrol Diesel Prices) के वर्तमान अतिरिक्त कर में एक-एक रुपए की वृद्धि कर दी है. मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार यह वृद्धि 13 जून से लागू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि इसके फलस्वरूप पेट्रोल एवं डीजल के दामों में एक-एक रुपए प्रति लीटर की वृद्धि हो जाएगी.

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अधिकारी ने बताया, 'पहले पेट्रोल पर अतिरिक्त कर 3.50 रुपए एवं डीजल पर अतिरिक्त कर दो रुपए था. वृद्धि के बाद अब पेट्रोल पर अतिरिक्त कर 4.5 रुपये एवं डीजल पर अतिरिक्त कर तीन रुपये हो जाएगा.' उन्होंने कहा कि कर में इस वृद्धि से 200 करोड़ रूपये पेट्रोल से और 370 करोड़ रूपये डीजल से प्रतिवर्ष राज्य सरकार को अतिरिक्त राजस्व मिलने का अनुमान है.

पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamal Nath) ने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाने पर सीएम शिवराज (CM Shivraj Singh chouhan) पर हमला बोला है. कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि अब मध्य प्रदेश की सरकार ने इस संकट काल में पेट्रोल और डीजल पर एक 1-1 रुपये का अतिरिक्त कर बढ़ाकर जनता को महंगाई की आग में झोंकने का काम किया है. उन्होंने आगे लिखा, 'एक तरफ कच्चा तेल सस्ता हो रहा है , वहीं दूसरी तरफ पेट्रोल-डीजल के दामों में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है. पहले केंद्र सरकार ने जनता को राहत देने की बजाय पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर खुद के खजाने को भरने का काम किया.'

पूर्व सीएम ने ये भी कहा कि मध्य प्रदेश की सरकार ने इस संकट काल में पेट्रोल और डीजल पर एक 1-1 रुपये का अतिरिक्त कर बढ़ाकर जनता को महंगाई की आग में झोंकने का काम किया है. प्रदेश में पेट्रोल पर पूर्व में  ही 33% वैट , 1% सेंस व 3.5 रुपये अतिरिक्त कर लग रहा था।वहीं डीजल पर 23% वैट , 1% सेंस व 2 रुपये अतिरिक्त कर लग रहा था. अतिरिक्त करों में इस बढ़ोतरी से अब पेट्रोल व डीज़ल में अभी तक का सर्वाधिक टैक्स हो गया है.