एमपी में हरिदेव होंगे पहला कोरोना टीका लगाने वाले शख्स, PM मोदी करेंगे बात
मध्य प्रदेश में 16 जनवरी सुबह 9 बजे से कोरोना टीका की शुरुआत होगी. इसमें सबसे पहले कोरोना वॉरियर्स यानि की स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी और सभी फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगाया जाएगा.
भोपाल:
मध्य प्रदेश में 16 जनवरी सुबह 9 बजे से कोरोना टीका की शुरुआत होगी. इसमें सबसे पहले कोरोना वॉरियर्स यानि की स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी और सभी फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगाया जाएगा. एमपी में पहला कोरोना टीका हरिदेव नाम के शख्स को लगाया जाएगा, जो फिलहाल जेपी अस्पताल में सुरक्षाकर्मी हैं. हरिदेव ने बताया कि सबसे पहले टीका लगवाने के लिए उन्होंने अपने परिवार को बहुत मनााया तब जाकर वो माने. उन्होंने आगे कहा कि सबसे पहले टीका लगवाने की उन्हें बहुत खुशी है. ये खुशी तब और बढ़ जाएगी जब वो टीका लगाने के बाद पीएम मोदी से बात करेंगे.
और पढ़ें: शिवराज सिंह चौहान ने दोनों वैक्सीन को बताया सुरक्षित, बताई ये अहम बातें
दुनिया का सबसे बडा टीकाकरण अभियान शनिवार से शुरु हो रहा है. मध्य प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की खेप पहुंच चुकी है. वैक्सीनेशन की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि 16 जनवरी को पहला टीका किसी सफाई कर्मचारी को लगाने का प्रयास है. यह सफाई कर्मियों की सेवाओं का सम्मान भी होगा जो कोरोना के संकटकाल में उन्होंने प्रदान की है.
राजधानी के जेपी अस्पताल के सुरक्षा कर्मी हरिदेव का पहला टीका लगाए जाने के लिए चयन किया गया है. हरिदेव कहते है कि यह उनका सौभाग्य है कि पहला टीका उन्हें लगाया जा रहा है. यह टीका पूरी तरह सुरक्षित है. लोगों को वे जागृत कर रहे है कि टीका अवश्य लगवाएं. प्रधानमंत्री मोदी भी हरिदेव शनिवार को संवाद करने वाले हैं.
हरिदेव शुक्रवार को भी अपनी ड्यूटी कर रहे हैं और अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को मास्क का उपयोग करने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने का आह्वान करने में लगे हैं.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें