कोरोना वायरस (Coronavirus) ने भारत के कई हिस्सों को अपनी चपेट में ले रखा है. कोरोना के चेन को तोड़ने के लिए लोगों को घरों में रहने को कहा गया है. हालांकि तबलीगी जमात के कुछ लोगों की वजह से कोरोना से जंग में थोड़ी सी रुकावट जरूर आई. लेकिन केंद्र सरकार और राज्य सरकार की मुस्तैदी की वजह से फिर से हम कोरोना को मात देने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. पुलिस प्रशासन लॉकडाउन (Lockdown) का पालन कराने के लिए मुस्तैदी से तैयार है. इसी के तहत मध्य प्रदेश के इंदौर में सड़क किनारे नोट मिले.
सड़क किनारे नोट मिलने की सूचना मिलने के बाद वहां पुलिस पहुंची. सबसे पहले नोटों को सेनिटाइज किया गया, फिर इसे जब्त कर लिया गया. हीरा नगर के एसएचओ राजीव सिंह भदौरिया ने बताया,सड़क किनारे नोट पड़े रहने की सूचना मिली. जिसके बाद वहां पहुंचा गया और नोटों को सेनिटाइज करके उसे जब्त कर लिया गया.
राजीव सिंह भदौरिया ने बताया, 'नोट किसी के गिर गए हैं या किसी ने फेंके हैं इस संबंध में जांच की जा रही है.'
इधर मध्य प्रदेश में घातक कोरोना वायरस की महामारी को फैलने से रोकने में अग्रिम मोर्चे पर तैनात स्वास्थ्य विभाग के 89 कर्मचारी अब तक इसकी चपेट में आ चुके हैं. इनमें चार आईएएस अधिकारी और कुछ डॉक्टर भी शामिल हैं.
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स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि इसके अलावा 35-40 पुलिसकर्मी और उनके परिजन भी इस वायरस के चपेट में आ चुके हैं. इनमें अधिकतर लोग कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के दौरान सीधे संपर्क में आने से संक्रमण की चपेट में आए. संक्रमित हुए चार आईएएस अधिकारी और वरिष्ठ डॉक्टर कोरोना महामारी के खिलाफ रणनीति बनाने का काम कर रहे थे.
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मध्य प्रदेश में कोरोना महामारी से अब तक 55 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और कोरोना संक्रमितों की तादाद बृहस्पतिवार तक बढ़कर 1090 तक पहुंच गई.हालांकि मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त निदेशक सपना लोवंशी ने कहा कि पूरे राज्य में कितने डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित हुए हैं, इसका विशेष डाटा एकत्र नहीं किया गया है.
Source : News Nation Bureau