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CoronaVirus: मध्य प्रदेश में कोरोना मरीजों को खोजने में फीवर क्लीनिक मददगार

मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना संक्रमित (CoronaVirus Covid-19) मरीजों को खोजने में फीवर क्लीनिक मददगार साबित हो रहे हैं. एक तरफ जहां इन क्लीनिक के जरिए सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों को इलाज की सुविधा मिल रही है, वहीं जिन मरीजों के संक्रमित होने की आशंका है, उनका कोरोना टेस्ट भी कराया जा रहा है.

Updated on: 08 Jun 2020, 08:45 AM

भोपाल:

मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना संक्रमित (CoronaVirus Covid-19) मरीजों को खोजने में फीवर क्लीनिक मददगार साबित हो रहे हैं. एक तरफ जहां इन क्लीनिक के जरिए सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों को इलाज की सुविधा मिल रही है, वहीं जिन मरीजों के संक्रमित होने की आशंका है, उनका कोरोना टेस्ट भी कराया जा रहा है. राज्य में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या और सर्दी, जुकाम व खांसी के मरीजों को त्वरित गति से उपचार मुहैया कराने व कोरोना संक्रमितों की पहचान को आसान बनाने के मकदस से फीवर क्लीनिक खोलने की सरकार ने योजना बनाई. प्रथम चरण में राज्य में 1391 फीवर क्लीनिक खोले गए. यह सिलसिला जारी है.

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक, फीवर क्लीनिक के माध्यम से जनता के लिए स्वास्थ्य जांच एवं उपचार और आसान होगा. ये फीवर क्लीनिक हर मोहल्ले, वार्ड व क्षेत्र में शुरू किए जाएंगे. ये शासकीय एवं निजी दोनों होंगे. यहां कोई भी व्यक्ति जाकर आसानी से स्वास्थ्य जांच करवा सकेगा और चिकित्सकीय परामर्श ले सकेगा.

फीवर क्लीनिकों की कार्यप्रणाली को देखें तो पता चलता है कि यहां आने वाले मरीजों की स्क्रीनिंग की जाती है. इस दौरान यदि किसी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखाई देते हैं तो इन मरीजों को एंबुलेंस के द्वारा संबंधित जिले के प्रमुख अस्पताल भेजकर वहां इनका टेस्ट किया जाता है. टेस्ट के परिणाम के आधार पर आगे उपचार किया जाता है.

इस संपूर्ण प्रक्रिया में फीवर क्लीनिक के माध्यम से ऐसे मरीजों को भी चिन्हित कर लिया जाता है जो क्लीनिक न होने की दशा में सर्वे अथवा स्क्रीनिंग में छूट सकते थे.

इंदौर के बाणगंगा फीवर क्लीनिक के प्रभारी डॉ. विभूति पाठक ने बताया कि फीवर क्लीनिकों के माध्यम से जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं और सुलभ हो गई हैं. ओपीडी में रोजाना करीब 100 मरीज आते हैं यहां से शनिवार तक नौ मरीजों को एमटीएच अस्पताल रेफर किया गया है.

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इंदौर के ही सामाजिक न्याय परिसर परदेसीपुरा में संचालित हो रहे फीवर क्लीनिक की प्रभारी डॉ. शिवानी वासेकर ने बताया कि क्लीनिक में मुख्यत: हाइपरटेंशन, डायबिटीज, फीवर, कफ, कोल्ड वगैरह के मरीज आ रहे हैं. यहां आने वाले मरीजों को उपचार के साथ जरूरी सुविधाएं आसानी से मिल रही हैं.