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कैलाश विजयवर्गीय ने कोरोना की दूसरी लहर को चीन का वायरल वार बताया

उनका दावा है कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर वास्तव में चीन की तरफ से भारत पर किया गया वायरल वार है.

Updated on: 25 May 2021, 10:37 AM

highlights

  • बीजेपी के वरिष्ण नेता कैलाश विजयवर्गीय का दावा
  • कोरोना की दूसरी लहर चीन का वायरल वॉर
  • कांग्रेस चीन के लिए काम कर बदनाम कर रही पीएम को

भोपाल:

कोरोना वायरस से हो रहे संक्रमण की दूसरी लहर ने भारत में कोहराम मचा रखा है. हर रोज लाखों लोग संक्रमित हो रहे हैं और इस कारण हजारों मौतें भी रही हैं. इस बीच भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने अपने एक दावे से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माहौल गर्मा दिया है. उनका दावा है कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर वास्तव में चीन की तरफ से भारत पर किया गया वायरल वार है. उन्होंने यह भी दावा किया है कि इसकी आड़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को खत्म करने की साजिश रची गई है. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा है.

'सिर्फ भारत में ही क्यों आई दूसरी लहर'
अगर विजयवर्गीय के दावे की गंभीरता परखी जाए तो वह सोशल मीडिया से प्रेरित लगती है. विगत काफी दिनों से सोशल मीडिया में कहा जा रहा है कि की दूसरी लहर साजिश का हिस्सा है. इस कड़ी में विजयवर्गीय ने दावा करते हुए कहा है कि कोरोना की यह लहर आई है या भेजी गई है, यह सोचने वाली बात है. हमें लगता है कि यह चीन का वायरल वार है, क्योंकि सिर्फ भारत में ही दूसरी लहर आई है. पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान, भूटान जैसे पड़ोसी देशों में नहीं आई.

'चीन के लिए राजनीति कर रही कांग्रेस'
इस दावे के साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला बोला. उन्होंने कमलनाथ ने कोरोना को भारतीय वेरिएंट बताया है. उन्होंने कहा कि यह भारत को बदनाम करने की साजिश का हिस्सा है. चीन कांग्रेस और कमलनाथ के कंधों पर बंदूक रखकर हमारे देश में चला रहा है और दुनिया में हमें बदनाम कर रहा है. कांग्रेस देश में चीन के लिए राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने देश को ऑक्सीजन संकट से बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. आप ऑक्सीजन संकट के दौरान मोदी जी द्वारा किए गए कार्यों की कल्पना नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने नौसेना, सेना और वायु सेना का इस्तेमाल किया और जहाजों, हवाई जहाजों और ट्रेनों से ऑक्सीजन टैंकरों को पहुंचाने का बीड़ उठाया. शुरुआती 4-5 दिनों में परेशानी हुई. हमें दूसरी लहर की तीव्रता और उसके प्रभाव के बारे में पता नहीं था.