मध्यप्रदेश कांग्रेस ने सोमवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई वाली पिछली भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार के दौरान स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण योजना) में 540 करोड़ रुपये के 4.5 लाख स्वच्छ शौचालय केवल कागजों पर ही बनाए गए. हालांकि प्रदेश भाजपा ने कांग्रेस को इस मामले में जांच कराने के साथ दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का साहस दिखाने की चुनौती दी.
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प्रदेश कांग्रेस की मीडिया प्रमुख शोभा ओझा ने सोमवार को बयान में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का ट्वीट कि ‘‘मध्यप्रदेश प्रशासन में अराजकता का माहौल है. व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं, ऐसा लग रहा है कि जनता के हित, कांग्रेस के राजनैतिक हितों की बलि चढ़ जाएंगे,’’ दरअसल उनके (शिवराज) ही जंगलराज का विवरण है. ओझा ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज के पूरे कार्यकाल में व्यापमं, डंपर, अवैध खनन, सिंहस्थ, ई-टेंडरिंग, मध्यान्ह भोजन, पेंशन और पौधारोपण घोटाले तो हुए ही लगभग 540 करोड़ रुपये का स्वच्छ शौचालय घोटाला भी हुआ, जिसमें सरकार और अधिकारियों की मिलीभगत से 4.50 लाख शौचालयों को ही गायब कर दिया गया था.
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उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस शासन ने गरीबों के कल्याण और विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय माफिया के खिलाफ प्रदेश में कार्रवाई की है जबकि चौहान का कार्यकाल राज्य के लिए एक अंधकार युग था. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि चौहान के संरक्षण में अधिकारी और भाजपा नेता बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में शामिल थे. वहीं दूसरी और प्रदेश भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह जनता के कल्याण की बजाय केवल आरोपबाजी में ही लिप्त है. प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि आरोप लगाने के बजाय प्रदेश की कांग्रेस सरकार को जांच करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.