मध्यप्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा का शीत सत्र मंगलवार से शुरू होगा. सत्र के हंगामेदार होने के आसार बने हुए हैं. कांग्रेस जहां अपने कार्यकाल के एक साल की सफलताओं को गिनाने में नहीं हिचकेगी, वहीं भाजपा किसान कर्जमाफी सहित अन्य मुद्दों को लेकर सरकार पर हमला करने की तैयारी में है. विधानसभा का सात दिवसीय शीत सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है. सात दिवसीय शीतकालीन सत्र 17 से 23 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें सदन की कुल पांच बैठकें होंगी. सत्र के दौरान शासकीय विधि विषयक एवं वित्तीय कार्य संपादित किए जाएंगे.
इस सत्र में सत्ताधारी दल कांग्रेस और विपक्षी दल भाजपा आमने-सामने की लड़ाई की तैयारी में हैं. दोनों दलों ने सोमवार की रात विधायक दल की बैठक बुलाई और उसमें आगामी रणनीति तैयार की. कांग्रेस को सत्ता संभाले एक साल हो गया है और इस सत्र में पार्टी का सारा जोर अपनी सफलताएं, उपलब्धियां गिनाने में रहेगा तो दूसरी ओर भाजपा, सरकार की असफलताओं को लेकर हमलावर रहने की तैयारी कर रही है.
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विपक्षी दल भाजपा की तैयारी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दी है. पिछले सत्र में भाजपा के दो विधायकों ने कांग्रेस के विधेयक का समर्थन कर पार्टी की खूब किरकिरी कराई थी.
Source : News Nation Bureau