/newsnation/media/post_attachments/images/2019/02/07/naseemkhan-62.jpg)
Congress leader Naseem Khan (फोटो-ANI)
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में कमलनाथ सरकार के गौ हत्या के मामले में तीन लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई करने पर खुद सीएम कमलनाथ घिर गए हैं. उनके इस फैसले कि खिलाफत में खुद कांग्रेसी के नेता ही उतर गए हैं. कांग्रेस नेता नसीम खान ने राज्य सरकार के इस फैसले पर अपने ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा, 'अगर हम अपने शासन काल में मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनसीए) जैसा सख्त कानून लागू करते है तो ये कानून उन लोगों पर भी लागू होना चाहिए जो गौरक्षा के नाम पर बेगुनाहों पर अत्याचार करते है '
Naseem Khan, Congress: If for cow protection, we impose a strict law like National Security Act (NSA) during our (in Madhya Pradesh) rule then NSA should also be imposed on all those who commit atrocities on innocents in the name of cow protection. pic.twitter.com/HwhPxXPitX
— ANI (@ANI) February 7, 2019
राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद गौ हत्या पर रासुका (NSA) की यह पहली कार्रवाई है. पुलिस अधीक्षक सिद्घार्थ बहुगुणा ने मंगलवार को बताया था की, 'मोघट थाने के खरखाली गांव में गौ हत्या के मामले में दो आरोपियों को शुक्रवार को पकड़ा गया था, वहीं तीसरा आरोपी सोमवार को पकड़ा गया.'
तीनों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी से सिफारिश की गई, जिसे जिलाधिकारी ने मंजूरी दे दी. उन्होंने कहा कि राजू उर्फ नदीम आदतन अपराधी है, और पूर्व में भी गौ हत्या के मामले में पकड़ा जा चुका है. इसके अलावा नदीम का भाई शकील और आजम पर भी रासुका की कार्रवाई की गई है. यह सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाका है और इस तरह की घटना सांप्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ सकती है. लिहाजा रासुका की कार्रवाई की गई है.
बता दें बीजेपी के गाय, गंगा और मंदिर प्रेम को कांग्रेस भी अपनाने लगी है. राहुल गांधी के साफ्ट हिंदुत्व, मंदिर दर्शन और गोत्र को विधानसभा चुनावों में मिली सफलता को देखते हुए अब पार्टी बीजेपी के मास्टर स्ट्रोक के सहारे 2019 का जंग जीतना चाहती है. शायद इसीलिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ गौ संरक्षण को लेकर काफी गंभीर हैं. बता दें गौ सेवा और गायों के प्रति प्रेम के मामले में अभी तक उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ही जाने जाते थे.
और पढ़ें: अल्पसंख्यकों के सम्मेलन में कांग्रेस का वादा, सत्ता में आए तो तीन तलाक कानून खत्म करेंगे
पिछले महीने छिंदवाड़ा में सीएम कमलनाथ जबलपुर संभाग के पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को हिदायत देते हुए कहा था कि गौशालाओं का निर्माण जल्द होने चाहिए. गौ संरक्षण कांग्रेस के वचन पत्र का मामला नहीं है, ये मेरी भावना है, मुझे गौ माता सड़क पर नहीं दिखनी चाहिए.
CM ने कहा कि विकास और प्रशासन के लिए छिंदवाड़ा पूरे प्रदेश में एक उदाहरण बने. मैं पुरानी व्यवस्था को बदल कर नई व्यवस्था बनाना चाहता हूं.उन्होंने अफसरों से कहा कि इस व्यवस्था में आप सभी अधिकारियों के सुझाव चाहता हूं. मुझे आंकड़ें नहीं, जमीनी हकीकत चाहिए. जनता की संतुष्टि ही मेरी संतुष्टि है. पुलिस अपनी वर्दी के सम्मान करें.
गौरतलब है कि गौरतलब है कि गोवंश के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए 'राष्ट्रीय कामधेनु आयोग' के गठन के प्रस्ताव को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद जारी एक बयान में यह जानकारी दी. बयान में कहा गया है, 'राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के गठन से देश में गोवंश के संरक्षण, सुरक्षा और संवर्द्धन के साथ उनकी संख्या बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा। इसमें स्वदेशी गायों का संरक्षण भी शामिल है.'
Source : News Nation Bureau