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कलेक्टर रिश्वत नहीं ले पा रहे हैं इसलिए मेरा ट्रांसफर करा दियाः IAS अफसर

मध्य प्रदेश में एक युवा आईएएस ने आप बीती सुनाते हुए बताया कि कलेक्टर पैसा नहीं खा पा रहे इसलिए मुझे हटा दिया. मध्य प्रदेश के एक युवा एएस अधिकारी ने अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि मेरी उपस्थिति में कलेक्टर साहेब रिश्वतखोरी नहीं कर पा रहे थे.

Updated on: 17 Jun 2021, 06:19 PM

highlights

  • युवा आईएएस ने लगाए सनसनीखेज आरोप
  • कलेक्टर साहेब मेरी उपस्थिति में नहीं ले पा रहे थे घूस
  • व्हाट्सएप चैट वायरल, 42 दिनों युवा IAS का ट्रांसफर

भोपाल:

मध्य प्रदेश में एक युवा आईएएस ने आप बीती सुनाते हुए बताया कि कलेक्टर पैसा नहीं खा पा रहे इसलिए मुझे हटा दिया. मध्य प्रदेश के एक युवा एएस अधिकारी ने अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि मेरी उपस्थिति में कलेक्टर साहेब रिश्वतखोरी नहीं कर पा रहे थे, इसलिए मेरा ट्रांसफर कर मुझे रास्ते से हटा दिया गया. 2014 बैच के आईएएस लोकश जांगिड के इस आरोप के बाद जिले से लेकर वल्लभ भवन तक सनसनी फैल गई. मध्यप्रदेश के बडवानी जिले के अपर कलेक्टर लोकेश जांगिड ने अपने तबादले के बाद वाट्स एप चैट सोशल मीडिया पर वायरल हुई जिसमें मध्य प्रदेश के पूरे के पूरे सिस्टम पर सवाल खड़ा कर दिया.

साल 2014 के बैच के युवा आईएएस लोकेश जांगिड ने आगे बताया कि, मेरी उपस्थिति में कलेक्टर साहेब को घूसखोरी में दिक्कतें आ रही थी जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मेरे बारे में उल्टी सीधी शिकायतें कर उनके कान भर दिए जिसके बाद मेरा यहां से ट्रांसफर कर दूसरी जगह भेज दिया गया. आपको बता दें कि एक व्हाटसएप चैट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें एक चैट में ऐसी बातों का जिक्र है कि कलेक्टर साहेब को मेरे रहते हुए रिश्वतखोरी में दिक्कतें आ रही हैं इस चैट के वायरल होने के बाद मध्य प्रदेश में सियासत गर्मा गई है. 

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सोशल मीडिया में वायरल उस चैट में ये भी लिखा गया है कि इस भ्रष्टाचार में आईएएस की पत्नी और सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोग भी शामिल है. आईएएस अफसर ने इस घटना के बाद दुखी होकर डेपुटेशन पर महाराष्ट्र भेजे जाने की अपील की. गौरतलब है कि लोकश के पिछले साढ़े चार साल में आठ तबादले हो चुके है. जिस जिले के लेकर ये बवाल मचा है वहा से उनको मात्र 42 दिनों में ही तबादलता कर दिया गया.

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हालांकि आईएएस अफसर द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए इस पोस्ट के बाद सरकार ने उसे कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है. फिलहाल आईएएएस की इस वायरल चैट का कांग्रेस बड़े राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करती दिखाई दे रही हैं क्योकि इस चैट में सरकारी सिस्टम के साथ साथ सीनियर अफसरों की पत्नियो तक पर सवाल खड़ा किया गया है.