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छिंदवाड़ा का 'कॉर्न फेस्टिवल' मक्के को दिला रहा नई पहचान

इस फेस्टिवल के जरिए जहां मक्का का उत्पादन बढ़ाने, बाजार उपलब्ध कराने के प्रयास हो रहे हैं, वहीं मक्के से बने 200 से अधिक स्वादिष्ट व्यंजनों का जायका लेने का लोगों को मौका मिल रहा है.

Updated on: 16 Dec 2019, 07:23 AM

highlights

  • मक्का और उसके उत्पादों को बाजार में नई पहचान दिलाने के मकसद से मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में दो दिवसीय राज्यस्तरीय कॉर्न फेस्टिवल का आयोजन किया गया है.
  • इस फेस्टिवल के जरिए जहां मक्का का उत्पादन बढ़ाने, बाजार उपलब्ध कराने के प्रयास हो रहे हैं.
  • वहीं मक्के से बने 200 से अधिक स्वादिष्ट व्यंजनों का जायका लेने का लोगों को मौका मिल रहा है. 

छिंदवाड़ा:

मक्का और उसके उत्पादों को बाजार में नई पहचान दिलाने के मकसद से मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में दो दिवसीय राज्यस्तरीय कॉर्न फेस्टिवल का आयोजन किया गया है. इस फेस्टिवल के जरिए जहां मक्का का उत्पादन बढ़ाने, बाजार उपलब्ध कराने के प्रयास हो रहे हैं, वहीं मक्के से बने 200 से अधिक स्वादिष्ट व्यंजनों का जायका लेने का लोगों को मौका मिल रहा है. अपने तरह के इस विरले आयोजन का मुख्यमंत्री कमल नाथ ने उद्घाटन किया. दो दिन का यह आयोजन मक्के से संदर्भित तकनीकी ज्ञान एवं प्रदर्शनी, औद्योगिक संभावनाएं के साथ-साथ मनोरंजन, बॉलीवुड नाइट फैशन शो व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मक्के के व्यंजनों के जायके का अद्भुत संगम बन गया है.

कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष 'सैयद जाफर' ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य देश के कृषकों द्वारा मक्के की फसल को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ का अपना एक विशेष विजन सकल राष्ट्र के सम्मुख रखा जाना है, जिससे मक्के की अहम फसल के रूप में लाभ अर्जित कर किसान की आर्थिक दशा में बदलाव के साथ ही इस फसल से देश में रोजगार की संभावनाओं को टटोलना है.

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उन्होंने कहा कि किसानों को प्रमुख अनुसंधान संस्थाओं के ख्याति प्राप्त वैज्ञानिकों के द्वारा तकनीकी मार्गदर्शन दिया जा रहा है. विभिन्न कंपनियों के विशेषज्ञों के द्वारा मक्के पर व्याख्यान और परिचर्चा हो रही है तो वहीं निवेश पर भी चर्चा हो रही है.

किसानों की मक्का फसल विशेषज्ञ वैज्ञानिकों के साथ परिचर्चा आयोजित की गई. परिचर्चा में देश के अग्रणी कृषि शोध संस्थानों के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को मक्का के फायदों, मक्का उत्पादन में बढ़ोतरी के उपायों, मक्का के पारंपरिक तथा व्यावसायिक उपयोग के अलावा अन्य उपयोग के बारे में भी जानकारी दी गई.

कृषि वैज्ञानिक डॉ. खनोरकर और डॉ. गुलवीर सिंह पवार ने फेस्टिवल में किसानों को मक्का के उन्नत बीजों एवं खेती के बारे में जानकारी दी. डॉ. खनोरकर ने मक्का के औषधीय गुणों और मक्का का पशुपालन, कपड़ा उद्योग तथा तेल उत्पादन में उपयोग के बारे में बताया.

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राष्ट्रीय बीज निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ. पवार ने मक्का फसल उत्पादन में बीजों की गुणवत्ता और उसके महत्व की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बीज निगम द्वारा मक्का के उन्नत बीजों का प्रदेश के साथ देशभर में लगातार उत्पादन एवं वितरण कराया जा रहा है.