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मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल में आज आजादी का जश्न मनाया जा रहा है. यह जानकर चौंकिए मत. दरअसल, भोपाल रियासत का आज ही के दिन यानी 1 जून 1949 को भारतीय संघ में विलय हुआ था. देश की आजादी के पूरे 659 दिन बाद यह शहर भारतीय संघ में शामिल हुआ था. भोपाल विलीनीकरण दिवस पर पुराने स्मारकों पर लोगों की भीड़ है तो वहीं देशभक्ति के तराने भी गूंज रहे हैं.
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इससे पहले भोपाल रियासत में नवाबी हुकूमत चलती थी और 15 अगस्त 1947 को देश की आजादी के बाद भोपाल (Bhopal) के नवाब ने इससे स्वतंत्र रियासत बनाए रखने का ऐलान कर दिया था. लेकिन इसके बाद विलीनीकरण आंदोलन ने जोर पकड़ा और कई नेता स्वतंत्रता संग्राम की तर्ज पर भोपाल को भारतीय गणराज्य में शामिल करने की लड़ाई में कूद पड़े. पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा भी उनमें से एक थे.
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इनमें से कई को लंबे वक्त तक जेल में डाला गया तो कई ने अपनी जान भी गंवा दी. आखिरकार देश के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल (Sardar Patel) का दबाव रंग लाया और 1 जून 1949 को भोपाल भारतीय गणराज्य में शामिल हो गया. इसके बाद 1956 में मध्य प्रदेश की राजधानी के तौर पर इस शहर ने अपनी पहचान की नई इबारत लिखी. भोपाल में 1 जून जश्न-ए-आजादी की तरह मनाया जा रहा है.
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