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दमोह की हार के बाद भाजपा चिंतित, संघ संभालेगा उपचुनावों की कमान, BJP worried after Damoh's defeat, RSS will take charge of by-elections

दमोह उपचुनाव में हार के बाद भाजपा एक लोकसभा खंडवा और तीन विधानसभा क्षेत्रों रैगांव, जोबट और पृथ्वीपुर में होने वाले उपचुनावों को लेकर काफी सतर्क है.

Updated on: 21 Aug 2021, 07:53 PM

नई दिल्ली:

दमोह उपचुनाव ( Damoh by-election ) में हार के बाद भाजपा एक लोकसभा खंडवा और तीन विधानसभा क्षेत्रों रैगांव, जोबट और पृथ्वीपुर में होने वाले उपचुनावों को लेकर काफी सतर्क है. चुनाव आयोग के द्वारा अभी उपचुनावों की कोई तिथि घोषित नहीं की है लेकिन भाजपा लगातार बैठकें कर अपनी जमावट कर रही है. शनिवार को भी मुख्यमंत्री निवास में उपचुनावों को लेकर बैठक की गयी. बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान( shivraj singh chauhan ), भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व्हीडी षर्मा सहित अनेक मंत्री और संगठन के नेता मौजूद रहे.

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संघ उपचुनावों में भाजपा को जीत दिलाने काम करेगा

इन  उपचुनावों में संघ से जुड़े नेताओं को चुनाव के पहले जमावट करने के लिये लगाया जायेगा. आरएसएस उपचुनावों में भाजपा के लिये खुलकर काम नहीं करता है लेकिन इस बार संघ उपचुनावों में भाजपा को जीत दिलाने काम करेगा. बैठक में चुनाव में काम देखने वाले मंत्रियों केा साफ तौर पर कहा गया कि यह चुनाव जीतना है. यह भी कहा गया कि दमोह से सबक लेते हुये काम करना है. मंत्रियों केा उपचुनाव वाले क्षेत्रों में दौरा कर वहां की परिस्थितियों के हिसाब से सरकारी  कामों का आंकलन करने को भी कहा गया है. इन चारों क्षेत्रों में चुनाव की घोषणा होने से पहले कौन से सरकारी कामों की घोषणा की जा सकती है इसका आंकलन करने को भी मंत्रियों से कहा गया है. भाजपा की सर्वाधिक चिंता  खंडवा लोकसभा और रैगांव विधानसभा क्षेत्र केा लेकर है। यह दोनों सीटंे भाजपा के ही पास थीं। इन सीटों केा हारने से भाजपा केा काफी नुकसान हो सकता है। इस कारण हर सीट की अलग से रणनीति बनायी जा रही है.

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चैहान जल्द ही खंडवा लोकसभा क्षेत्र की सभी विधानसभा सीटों का दौरा करेंगे. चैहान इसके अलावा तीनों  विधानसभा क्षेत्रों में भी जायेंगे. चैहान के इन सीटों पर  दौरे केा लेकर भी चर्चा हुयी है. उपचुनाव वाले क्षेत्रों में बड़ी संख्या में एसटी और ओबीसी वोट हैं. इस कारण इन वर्गों के लोगों से भी बैठकें करने केा चुनाव की जिम्मेदारी संभाल  रहे नेताओं केा कहा गया है.