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मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री कमलनाथ (फाइल फोटो)
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आयकर विभाग के छापों में मुख्यमंत्री के करीबियों के यहां से करोड़ों रुपये की दौलत, हथियार, जानवरों की खाल और शराब की बोतलें बरामद हो गईं
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री कमलनाथ (फाइल फोटो)
मध्य प्रदेश में आयकर विभाग की कार्रवाई के बाद राज्य के ई-टेंडरिंग मामले में ईओडब्ल्यू में प्राथमिकी दर्ज होने पर भाजपा ने कांग्रेस की कमलनाथ सरकार पर बुधवार को हमला बोला. पार्टी उपाध्यक्ष और विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने अपने पाप छुपाने की कोशिश की है. शर्मा ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि कथित ई-टेंडरिंग घोटाले में एफआईआर दर्ज कर कमलनाथ सरकार ने स्वयं के पाप छिपाने की कोशिश की है. प्रश्न है कि सरकार तीन महीने से क्यों सो रही थी? उसे इस कार्रवाई की याद तब क्यों आई, जब आयकर विभाग के छापों में मुख्यमंत्री के करीबियों के यहां से करोड़ों रुपये की दौलत, हथियार, जानवरों की खाल और शराब की बोतलें बरामद हो गईं.
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शर्मा ने आगे कहा है कि भाजपा की नीति भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टालरेंस की है, हर हालत में देश से और मध्यप्रदेश से भी भ्रष्टाचार समाप्त करना भाजपा का लक्ष्य है. वहीं, इसके ठीक विपरीत भ्रष्टाचार का जन्म ही कांग्रेस के कृत्यों के कारण हुआ है. कांग्रेस ने देश में भ्रष्टाचार की कलुषित परंपरा को निरंतर आगे बढ़ाया है. हाल ही में आयकर के छापों में यह उजागर हुआ है कि मात्र तीन महीनों में मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने भारी भरकम भ्रष्टाचार करते हुए करोड़ों रुपये इकठ्ठा किए थे. शर्मा ने आगे कहा, "मुख्यमंत्री के करीबियों के यहां से भारी रकम बरामद होने का अर्थ बहुत साफ है कि यह पैसा तबादला उद्योग के जरिए कांग्रेस के 'कलेक्शन फॉर इलेक्शन' अभियान का हिस्सा था.
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मुख्यमंत्री के करीबियों से जानवरों की खाल, शराब की बोतलें, अवैध हथियार और बिना रजिस्ट्रेशन की महंगी गाड़ियां बरामद होना बेहद शर्म की बात है. ज्ञात हो कि राज्य में आयकर विभाग के छापे पड़ने के बाद बुधवार को ईओडब्ल्यू ने पांच विभागों के अधिकारियों सहित कंपनियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. यह ई-टेंडरिंग घोटाला पूर्ववर्ती सरकार के काल में होने का आरोप है.
Source : IANS