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नुपुर शर्मा के समर्थन में उतरीं साध्वी प्रज्ञा, बोलीं-मैं सच बोलने के लिए बदनाम

भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व के धार्मिक टिप्पणियों को न करने के आदेश को सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने खुली चुनौती दे दी है. प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि भारत हिन्दुओं का था और रहेगा.

Updated on: 10 Jun 2022, 01:42 PM

highlights

  • नुपुर शर्मा के समर्थन में उतरीं साध्वी प्रज्ञा
  • हम असलियत बता रहे हैं तो दर्द हो रहा है
  • हमारे धर्म के खिलाफ बोलने वालों को झेलना होगा प्रतिकार

भोपाल:

भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व के धार्मिक टिप्पणियों को न करने के आदेश को सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने खुली चुनौती दे दी है. प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि भारत हिन्दुओं का था और रहेगा. प्रदेश भाजपा की संभागीय समितियों की घोषणा के बाद प्रज्ञा ने अपने तेवर तीखे कर दिये हैं. प्रज्ञा से पहले उमा भारती ने भी नुपूर को मिल रही धमकियों का विरोध किया था. इस मामले में सबसे पहले प्रज्ञा ठाकुर ने ट्विटर पर तेवर दिखाए. उन्होंने लिखा, 'सच कहना अगर बगावत है, तो समझो हम भी बागी हैं. जय हिन्दुत्व, जय सनातन.'

असलियत बताने पर तकलीफ क्यों हो रही है?

भोपाल में साध्वी प्रज्ञा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं सच बोलने के लिये बदनाम हूं. उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी में शिवमंदिर था और है. कोई अगर फौव्वारा बोलेगा, तो ये गलत है. प्रज्ञा ठाकुर ने नुपुर शर्मा का समर्थन करते हुए कहा कि हमारी असलियत तुम बता दो, हमें स्वीकार है. लेकिन तुम्हारी असलियत हम बता रहे हैं तो क्यों तकलीफ है? इसका मतलब कहीं न कहीं इतिहास गंदा है. हमेशा विधर्मियों ने ऐसा किया है. साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि ये हमारे देवी-देवताओं को लेकर फिल्म बनाते हैं, डायरेक्शन करते हैं, प्रोड्यूस करते हैं और गालियां देते हैं. ये आज से नहीं, इनका पूरा इतिहास है. लेकिन अब कोई हमारे धर्म के बारे में बोलेगा तो उसे प्रतिकार भी झेलना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि कमलेश तिवारी ने सच बोला, तो उसका कत्ल कर दिया गया.

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सज्जन सिंह वर्ना ने कहा-प्रज्ञा को सनातन का मतलब ही नहीं पता

बता दें कि प्रज्ञा पहले भी एक विशेष धर्म को लेकर लगातार आपत्तिजनक टिप्पणियां करती रही हैं. पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रज्ञा के बयान को लेकर कहा कि एक ओर संघ प्रमुख मोहन भागवत अखंड भारत बनाने की बात कर रहे हैं. हिदायत दे रहे हैं कि मंदिरों में शिवलिंग मत तलाश करो. वहीं प्रज्ञा इस प्रकार के बयान दे रही हैं. वर्मा ने कहा कि सनातन धर्म का मतलब ही प्रज्ञा को नहीं पता.