Kailash Vijayvargiya on Priyanka Gandhi: देश में इस समय जहां राजनीतिक बयानबाजी जोरों पर है तो वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी संसदीय सीट वायनाड को छोड़कर रायबरेली को रिटेन करने का निर्णय लिया है, जिसको लेकर सियासी गलियारों में हलचल मच गई है. बता दें कि इस रणनीति के तहत राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी को वायनाड से चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है. अब ये पुष्टि हो चुकी है कि वायनाड लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवार प्रियंका गांधी होंगी.
कैलाश विजयवर्गीय की प्रतिक्रिया
आपको बता दें कि इसको लेकर बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने को ''परिवारवाद का सबसे बड़ा उदाहरण'' बताया है. विजयवर्गीय ने रॉबर्ट वाड्रा का भी उल्लेख करते हुए कहा, ''मुझे रॉबर्ट वाड्रा पर दया आ रही है. उसने चुनाव लड़ने की कई बार बात कही थी, लेकिन अब उसका क्या होगा?'' बीजेपी नेता और कार्यकर्ता लगातार कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगा रहे हैं, जबकि कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता प्रियंका गांधी को लोकसभा सांसद बनाने की तैयारियों में जुटे हैं.
पीएम किसान सम्मान निधि पर कैलाश विजयवर्गीय का बयान
वहीं कैलाश विजयवर्गीय ने पीएम किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी होने पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का किसानों के प्रति गहरा अनुराग है. उन्होंने कहा है कि किसानों की आमदनी डबल होनी चाहिए. केंद्र सरकार की किसानों के प्रति नीति से किसानों की आय बढ़ी है. मुझे गर्व है कि इससे देश में प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ी है और भारत एक आर्थिक इंजन बन गया है, जिसमें कृषि क्षेत्र का बहुत बड़ा योगदान है.''
भोपाल के बड़े तालाब पर कैलाश विजयवर्गीय का आश्वासन
भोपाल में बड़े तालाब के पास से वेस्टर्न बायपास निकलने को लेकर उठ रहे सवालों पर कैलाश विजयवर्गीय ने आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा, ''मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यह सुनिश्चित करने को कहा है कि यहां की हर जल निकाय को सुरक्षित रखा जाए. भोपाल का तालाब मध्य प्रदेश की शान है. उस तालाब के साथ बिल्कुल छेड़छाड़ नहीं होगी.''
कांग्रेस की नई चुनावी रणनीति
आपको बता दें कि राहुल गांधी की यह नई रणनीति कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। रायबरेली को गांधी परिवार की पारंपरिक सीट माना जाता है और इसे रिटेन करना पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है. वहीं, प्रियंका गांधी को वायनाड से उतारकर कांग्रेस दक्षिण भारत में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है. प्रियंका गांधी की लोकप्रियता और उनकी सक्रियता से कांग्रेस को वायनाड में लाभ हो सकता है.
बीजेपी का परिवारवाद पर आरोप
इसके अलावा आपको बता दें कि बीजेपी लगातार कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगा रही है. कैलाश विजयवर्गीय का बयान इसी दिशा में एक और कदम है. बीजेपी का मानना है कि कांग्रेस में परिवारवाद हावी है और यही कारण है कि पार्टी को चुनावों में जनता का व्यापक समर्थन नहीं मिल पा रहा है. दूसरी ओर, कांग्रेस का तर्क है कि गांधी परिवार की सदस्यता से पार्टी को मजबूती मिलती है और प्रियंका गांधी की सक्रियता से वायनाड में पार्टी की स्थिति मजबूत होगी.
बहरहाल, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की यह नई रणनीति आगामी चुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शन को किस प्रकार प्रभावित करेगी, यह देखना दिलचस्प होगा. जहां एक ओर राहुल गांधी रायबरेली में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश करेंगे, वहीं प्रियंका गांधी वायनाड में कांग्रेस की स्थिति को और मजबूत बनाने का प्रयास करेंगी. बीजेपी की तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी रहेगा, जिससे चुनावी माहौल और भी गर्म हो सकता है.
HIGHLIGHTS
- राहुल गांधी की नई रणनीति पर मचा सियासी बवाल
- कैलाश विजयवर्गीय ने प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने पर कसा तंज
- कहा- 'परिवारवाद का सबसे बड़ा उदाहरण'
Source : News Nation Bureau