कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद कश्मीर के शोपियां में सड़क पर खाना खाने वालों को पैसे देकर लाए जाने संबंधी बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. भाजपा की मध्यप्रदेश की इकाई के अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि कश्मीर में सुरक्षा बलों पर पत्थर फिंकवाने वाले कश्मीरियों की नीयत पर सवाल उठा रहे हैं.
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राकेश सिंह ने गुरुवार को एक बयान जारी कहा, 'गुलाम नबी आजाद का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. जो लोग पैसे देकर कश्मीर में सुरक्षा बलों पर पत्थर फिकवा रहे थे, वही लोग अब कश्मीरियों की नीयत पर सवाल उठाकर उनका अपमान कर रहे हैं. दरअसल कश्मीर में लोकतंत्र की बहार आने से जिन नेताओं की दुकान बंद हो रही है, वे घबराए हुए हैं. आने वाले दिनों में कश्मीर में विकास होगा और लोगों को रोजगार मिलेंगे और सभी कश्मीरी अपने आपको भारतवासी होने पर गर्व महसूस करेंगे.'
बुधवार को कश्मीर के शोपिया में एनएसए प्रमुख अजित डोभाल की कुछ लोगों के साथ सड़क पर खड़े होकर खाना खाते हुए तस्वीरें सामने आई थीं. ये तस्वीरें बता रही थीं कि वहां हालात सामान्य हैं. इस पर गुलाम नबी आजाद का बयान आया कि लोग पैसा देकर खाना खाने बुलाए गए.
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस से अपना नजरिया स्पष्ट करने की अपील करते हुए कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के राष्ट्रीय और प्रादेशिक नेता कश्मीर से 370 हटाने का समर्थन कर रहे हैं या विरोध कर रहे हैं, यह उन्हें स्पष्ट करना चाहिए, क्योंकि कांग्रेस के तमाम बड़े नेता और युवा 370 हटाए जाने को भारत की अखंडता के लिए उठाया गया उचित कदम मान रहे हैं. वहीं गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन जैसे लोग 370 हटाए जाने का विरोध कर रहे हैं. कांग्रेस को अपनी स्थिति स्पष्ट करना चाहिए, क्योंकि यह वही कांग्रेस है जिसने धारा 370 की आड़ में कश्मीरियों का शोषण किया और उन्हें अभावग्रस्त बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
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