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कमजोर बूथों के धार्मिक स्थलों, संत महात्माओं की जानकारी एकत्र कर रही भाजपा

देश भर में भाजपा के चल रहे बूथ सशक्तिकरण अभियान में मध्यप्रदेश से भी जानकारी जुटाई जा रही है। चुनावों में जो भाजपा के लिये जो कमजोर बूथ रहे हैं उनके संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।

Updated on: 31 Aug 2022, 04:53 PM

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देश भर में भाजपा के चल रहे बूथ सशक्तिकरण अभियान में मध्यप्रदेश से भी जानकारी जुटाई जा रही है। चुनावों में जो भाजपा के लिये जो कमजोर बूथ रहे हैं उनके संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। भाजपा के द्वारा इन बूथों के धार्मिक स्थलों, संत महात्माओं, विशिष्ट नागरिकों, सामाजिक समीकरणों को लेकर जानकारी जुटाई जा रही है। इन बूथों को भाजपा मजबूत करने में जुटी हुई है। लोकसभा क्षेत्रों में सांसदों केा कम से कम 100 और विधानसभा क्षेत्रों में विधायकों केा कम से कम 25 बूथों का सशक्तिकरण करना है। इन बूथों की जानकारियों के आधार पर भाजपा आने वाले चुनावों में इन बूथों पर वोट जुटाने की योजना बनायेगी।

कांग्रेस हालांकि भाजपा के इस अभियान की जमकर  आलोचना कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा ने विकास कार्य नहीं किये हैं यही कारण है कि अब धार्मिक स्थलों की जानकारियों केा एकत्र किया जा रहा है। कांग्रेस मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा का कहना है कि धार्मिक स्थलों की जानकारी जुटाने से साफ है कि भाजपा धर्म के आधार पर लोगों केा बांटने का जो काम कर रही है आने वाले चुनावों में भी उसकी तैयारी कर रही है। भाजपा  प्रदेश सचिव रजनीश अग्रवाल का कहना है कि देश में बूथ सशक्तिकरण अभियान चल रहा है। एमपी में भी वे बूथ जिनपर पार्टी कमजोर है, उन्हें लेकर काम किया जा रहा है। 

भाजपा का बूथ सशक्तिकरण अभियान असल में उन कारणों केा जानने का है जिसके कारण भाजपा इन बूथों पर हारती है। लगातार हारने वाले बूथों पर भाजपा अपने वरिष्ट नेताओं की ड्यूटी लगायेगी। इन बूथों पर भाजपा का हर घर में संपर्क करने का भी अभियान प्रांरभ होगा जिससे दूसरे दलों केा मिलने वाला वोट भाजपा के पक्ष में आ सके।