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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राजधानी भोपाल में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमलनाथ के न पहुंचने पर सियासत शुरू हो गई है. मध्य प्रदेश में योग दिवस पर आयोजित सामूहिक समारोह में मुख्यमंत्री कमलनाथ के हिस्सा न लेने पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा और कहा कि कमलनाथ ने संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है. शिवराज सिंह चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर सामूहिक योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया और संवाददाताओं से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ के योग न करने पर ऐतराज जताया.
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शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'कमलनाथ योग को हिंदुत्व या संकीर्ण न मानें, इसके माध्यम से प्रदेश के बच्चों और राज्य की जनता को स्वस्थ रहने की प्रेरणा दे सकते थे, क्योंकि प्रदेश के मुखिया का काम केवल शासन-प्रशासन का संचालन करना नहीं, दिशा देना भी है. उन्होंने योग नहीं करके संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया.'
वहीं मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राकेश सिंह ने ट्विटर पर लिखा, 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर समारोह का बहिष्कार करना मुख्यमंत्री कमलनाथ के सांस्कृतिक दिवालियापन का परिचायक है. उन्होंने कार्यक्रम से प्रधानमंत्री जी का चित्र हटवाकर अपनी राजनैतिक संकीर्णता का भी परिचय दिया है.'
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर समारोह का बहिष्कार करना #MadhyaPradesh के मुख्यमंत्री @OfficeOfKNath जी के सांस्कृतिक दिवालियापन का परिचायक है।
उन्होंने कार्यक्रम से प्रधानमंत्री जी का चित्र हटवाकर अपनी राजनैतिक संकीर्णता का भी परिचय दिया है।#InternationalDayofYoga— Rakesh Singh (@MPRakeshSingh) June 21, 2019
इसको लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष सैयद जाफर ने सीएम कमलनाथ के योग करते हुए तस्वीर ट्विटर पर शेयर की है. साथ ही उन्होंने News State से खास बातचीत में कहा कि इस उम्र में भी उनकी सेहत का राज योग है और कांग्रेस योग का समर्थन करती है. लेकिन योग को प्रचार का तरीका मानने से इंकार करती है.
मुख्यमंत्री कमलनाथ जी की सेहत का राज है प्रतिदिन योगा
अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस को पूरे उल्लास के साथ प्रदेश में मनाए जाने पर मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी का धन्यवाद.
इतनी उम्र के बाद भी जबरदस्त ऊर्जा के साथ काम करने वाले मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश के युवाओं के लिए हैं प्रेरणा pic.twitter.com/MZGdzzy2ou
— Syed Zaffar (@SyedZps) June 21, 2019
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इससे पहले कमलनाथ के योग कार्यक्रम में शामिल न होने पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि सबका अपना अपना तरीका है और मुख्यमंत्री करें न करें जनता तो कर रही है. उन्होंने कहा कि जनता योग से जुड़ रही है. जनता जुड़ती है तो सबको जुड़ना पड़ता है. राज्यपाल ने अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्री का उदाहरण देते हुए कहा कि महाराष्ट्र के सीएम फणनवीस, यूपी के सीएम योगी भी योग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि योग समाज में नजरिये को बदलने का काम करता है और योग से लोग जुड़ें तो बच्चियों से बलात्कार की घटनाएं कम होंगी. महिला और बच्चों से जुड़े अपराध पर भी अंकुश लग सकेगा.
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Source : News Nation Bureau