logo-image

दाऊद इब्राहिम से जुड़ रहे जबलपुर के बिशप पीसी सिंह के तार!

ईओडब्ल्यू के शिकंजे में फंसे ईसाई धर्मगुरु बिशप पीसी सिंह के तार अंडरवर्ल्‍ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़ने की चर्चा सामने आई है. बिशप के संबंध में कहा जा रहा है कि वह दाऊद का दायां हाथ कहे जाने वाले रियाज भाटी का करीबी है....

Updated on: 13 Sep 2022, 12:23 PM

highlights

  • बिशप ने किया रियाज भाटी से जमीन का सौदा
  • छापेमारी में भारी मात्रा में संपत्ति बरामद
  • सरकार बोली-कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी

जबलपुर/भोपाल:

ईओडब्ल्यू के शिकंजे में फंसे ईसाई धर्मगुरु बिशप पीसी सिंह के तार अंडरवर्ल्‍ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़ने की चर्चा सामने आई है. बिशप के संबंध में कहा जा रहा है कि वह दाऊद का दायां हाथ कहे जाने वाले रियाज भाटी का करीबी है. यह भी कहा जा रहा है कि बिशप ने मिशनरी की मुंबई जिमखाना स्थित जमीन का सौदा रियाज भाटी से तीन करोड़ रुपये में किया था. मुंबई में रियाज भाटी की गिरफ्तारी के बाद उसके पास से जमीन की सौदबाजी के दस्तावेज पुलिस को मिले थे. छत्तीसगढ़ के आरटीआई एक्टिविस्ट नितिन लारेंस ने पीएमओ, प्रवर्तन निदेशालय ईडी समेत कुछ अन्य जांच एजेंसियों में बिशप सिंह की शिकायत की थी. बताया जाता है कि शिकायत में कहा गया था कि न सिर्फ मुंबई बल्कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश में बिशप व उसके साथियों ने मिशनरी की कई बेशकीमती जमीनें खुर्दबुर्द कर दीं.

सूत्रों का कहना है कि ईसाई धर्मगुरु बिशप सिंह ने मतांतरण के बाद ईसाई धर्म अपनाया था. समस्तीपुर बिहार निवासी बिशप सिंह को 2017 में सीनेट का माडरेट चुना गया था. बिशप के खिलाफ स्कूलों में छात्रों की फीस में करीब पौने तीन करोड़ रुपये के गबन की शिकायत ईओडब्ल्यू से की गई थी. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाए थे कि बिशप सिंह ने पद पर रहते हुए छात्रों की फीस में करीब पौने तीन करोड़ रुपये का गबन किया था. इसे पूरे मामले को लेकर मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस मामले में कही न कही धर्मांतरण की भी गंध आ रही है. इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. मध्य प्रदेश में धर्मांतरण नहीं चलेगा. अगर कोई क़ानून का उल्लंघन करेगा तो सख़्त से सख़्त कार्रवाई भी होगी.

ये भी पढ़ें: भारत-चीन रिश्तों पर जमी बर्फ पिघलने के आसार, पीएम मोदी 14 को जाएंगे समरकंद

छापे में क्या-क्या मिला

  • कुल 17 संपत्तियों के दस्तावेज
  • कुल 48 बैंक खाते (संस्थाओं एवं बिशप पीसी सिंह तथा उनके परिवार के निजी खाते)
  • एक करोड़, 65 लाख, 14 हजार रुपये नकद
  • 18 हजार 352 यूएस डालर, 118 पाउंड
  • 80 लाख 72 हजार रुपये कीमती सोने के जेवर
  • आठ लग्जरी कारें

कांग्रेस सरकार को घेर रही है. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा का कहना है की मोदी सरकार को आए इतने वर्ष हो चुके है ना तो कालाधन आया और ना ही दाऊद पकड़ा गया. इस मामले की भी जांच हो. फिलहाल इस पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है. देखना दिलचस्प होगा कि आगे और क्या खुलासे होते हैं.