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Bhopal topper Vanisha Pathak( Photo Credit : FILE PIC)
कोरोना में अपने माता-पिता को खोने वाली भोपाल की टॉपर बेटी वनीशा पाठक ( Bhopal topper Vanisha Pathak ) इन दिनों कानूनी नोटिस से परेशान है। दरअसल, यह नोटिस उसे एलआईसी के द्वारा दिए जा रहे हैं। वनीशा की उम्र 17 साल है और वह 12वीं कक्षा की छात्रा है. उसका छोटा भाई अभी 11 साल का है, लेकिन इन मासूम बच्चों से एलआईसी 29 लाख रुपए के साथ ब्याज की रकम मांग रही।
एलआईसी में कार्यरत थे पिता जितेंद्र पाठक
वनीशा ( Bhopal topper Vanisha Pathak ) के पिता जितेंद्र पाठक एलआईसी में कार्यरत थे और उन्होंने अपने बच्चों को छत देने के लिए एलआईसी से लोन लिया था, लेकिन कोविड में पति पत्नी दोनों की जान चली गई। उस दौरान एलआईसी ने इन बच्चों की तो कोई मदद की नहीं अब उन्हें नोटिस थमाती जा रही है। मामला जब आगे बढ़ा तो केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने संज्ञान लिया। लेकिन इसके बाद भी सिर्फ अधिकारियों ने आकर यह बात कही कि उसे नोटिस नहीं आएगा। जबकि यह मासूम बच्चे चाहते हैं, की उनके लोन की राशि को माफ कर उनके माता-पिता की आखिरी निशानी उस घर पर एलआईसी कब्जा ना करे। वनीशा से बात की, हमारे संवाददाता जितेंद्र शर्मा ने।
Source : Jitendra Sharma