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भोपाल का मिंटो हॉल अब कुशाभाऊ ठाकरे कहलाएगा, शिवराज का फैसला

मिंटो हाल जो अंग्रेजों की गुलामी का प्रतीक था, इसका नामकरण भाजपा के ऐसे व्यक्तित्व जिन्होंने भाजपा को रचा और गढ़ा.

Updated on: 27 Nov 2021, 11:38 AM

highlights

  • मिंटो हाल अंग्रेजों की गुलामी का प्रतीक था
  • कुशाभाऊ ठाकरे ने भाजपा को रचा औऱ गढ़ा
  • यह भोपाल और भाजपा के लिए गर्व की बात

भोपाल:

भारतीय जनता पार्टी की मध्य प्रदेश कार्यसमिति की बैठक राजधानी के पुराने विधानसभा भवन मिंटो हॉल में हुई, इस हॉल का नाम बदलकर कुशाभाऊ ठाकरे हॉल किया जाएगा. यह ऐलान प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया. कार्यसमिति को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब आप बताओ ये धरती अपनी, ये मिट्टी अपनी, ये पत्थर अपने, ये गिट्टी अपनी, ये चूना अपना, ये गारा अपना, ये भवन अपना, इसे बनाने वाले मजदूर अपने, ये पसीना अपना और नाम मिंटो का. मुख्यमंत्री चौहान ने आगे कहा कि इस पुराने विधान सभा भवन में कई लोग बैठते थे, उन्हें यहां तक और लोकसभा तक पहुंचाने वाले स्वर्गीय कुशाभाऊ ठाकरे हैं, जिन्होंने कई नेता-कार्यकर्ता गढ़े और पूरे मध्यप्रदेश में वट वृक्ष के रूप में भारतीय जनता पार्टी को खड़ा किया इसलिए मिंटो हाल का नाम कुशाभाऊ ठाकरे के नाम पर रखा जाएगा.

मुख्यमंत्री चौहान के फैसले को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि मिंटो हाल जो अंग्रेजों की गुलामी का प्रतीक था, इसका नामकरण भाजपा के ऐसे व्यक्तित्व जिन्होंने भाजपा को रचा और गढ़ा. आज उनके नाम पर कुशाभाउ ठाकरे हाल हुआ है, यह भोपाल और भाजपा के लिए गर्व की बात है. इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूं.

वहीं कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष सैयद जाफर ने ट्वीट कर तंज कसा और कहा कि चाल, चरित्र चेहरा, बियर बार (वर्तमान में यहां रेस्टोरेंट हैं) में ठाकरे जी, शर्मनाक शिवराज जी. ठाकरे परिजनों की कोविड की दूसरी लहर में ऑक्सीजन, अस्पताल नहीं मिलने से मौत हो गई.