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अब भोपाल के शहर काजी ने कहा- महिलाएं बुर्का और हिजाब पहनें

भोपाल के शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी ने मुस्लिम महिलाओं से बुर्का और हिजाब पहनने की अपील की है.

Updated on: 12 Feb 2022, 08:05 AM

highlights

  • देश भर में हिजाब के समर्थन में हो रहे धरना-प्रदर्शन
  • अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी तक पहुंच हिजाब की आंच

भोपाल:

कर्नाटक के उडुपी शहर से शुरू हुआ हिजाब विवाद अब लगभग पूरे देश में फैल चुका है. देश के अलग-अलग हिस्सों में मुस्लिम महिलाओं के हिजाब को लेकर छिड़ी बहस के बीच मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी ने मुस्लिम महिलाओं से बुर्का और हिजाब पहनने की अपील की है. जुमें की नमाज के दौरान शहर काजी ने समाज के लोगों से कहा है कि वे अपनी पत्नी-बेटी से कहें कि पर्दा करें. पर्दे का आज से 1450 साल पहले मदीना में नादिर हो चुका है, तब से लेकर अब तक नादिर हो रहा है.

उन्होंने कहा कि हिजाब पहनने में कोताही हो रही थी, इसका पालन करें. औरत की शान इसी में है कि वह मालिक की गाइडलाइन का पालन करें. हमें आज जुमे की नमाज से पहले यह कहने की जरूरत इसलिए पड़ी, क्योंकि कुछ बहन बेटियां इसमें कोताही बरत रही हैं. राजधानी में इससे पहले कई महिलाओं ने हिजाब पहनकर जिम में वर्जिश की. इतना ही नहीं, कुछ महिलाएं तालाब किनारे खेलती-कूदती भी दिखीं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

हिजाब के लिए दलील देने वाले याचिकाकर्ताओं ने कहा कि छात्राओं के हिजाब पहनने में कोई बुराई नहीं है. हिजाब एक मौलिक अधिकार है और इससे दूसरों को कोई समस्या नहीं होती है, इसलिए उन्हें उसी रंग के हिजाब पहनने की अनुमति दी जानी चाहिए, जैसी शिक्षण संस्थान में उनकी वर्दी निर्धारित की गई है. इस बीच मसले कर्नाटक हाईकोर्ट सोमवार को फिर से सुनवाई करेगा.