भोपाल क्राइम ब्रांच पुलिस ने एक ऐसे चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो नकली पुलिस की वर्दी पहनकर सूने मकानों में रेकी कर रात में ऑटो से चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. पुलिस ने इसमें दो सगे भाइयों समेत 3 लोगों को पकड़ा है. चोरों का चोरी करने का जो तरीका था वह सबसे अलग हटके था और इस तरीके को उन्होंने इसलिए अपनाया ताकि वह पुलिस से भी बच सकें और लोग उन्हें खुद अपने घर की रेकी करवा सकें. आरोपी पुलिस से बचने के लिए पुलिस की नकली वर्दी पहनते थे.
आरोपी रैपिडो और ओला में मोटर साइकिल चलाने का काम करते थे. एक भाई भोपाल में चोरी करता था तो दूसरा भाई इंदौर में माल ठिकाने लगाता था. आरोपी गोविन्दपुरी में रहने वाले पुलिस अधिकारी के घर में चोरी की योजना बना रहे थे. सीआईएसएफ में दरोगा दयाशंकर भधकारे के घर वर्दी और चोरी कर अन्य सामान पर भी हाथ साफ किया है. असली पुलिस दिखने के लिए बकायदा एक नकली पिस्टल भी साथ रखते थे. इस तरह घर वालो को डराया जा सके. आरोपियों का नाम जुबेर मंसूरी,शाहरुख मंसूरी और शुभम है. पुलिस अन्य मामलों में आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
शातिर चोर चोरी करने के नए-नए तरीके अपनाने लगे हैं. इसके लिए वह किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं. यह चोर लोगों का भरोसा जीत कर वारदात को अंजाम देते हैं. ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि अगर आप किसी अनजान व्यक्ति से मिल रहे हैं या कोई आपके घर आकर अपना परिचय दे रहा है तो पहले उसकी सत्यता का पता करें, उसके बाद ही उसे घर में आने दे. क्या पता अगली चोरी आपके घर में ना हो जाए.
Source : Jitendra Sharma